Advertisement Carousel
Lifestyle

Sunscreen Scandal: 20 में से 16 पॉपुलर सनस्क्रीन फेल, ग्राहकों की सेहत से खिलवाड़ का खुलासा

the loktantra


द लोकतंत्र: क्या आपने कभी सोचा है कि धूप से बचाने वाला महंगा सनस्क्रीन ही आपकी स्किन के लिए खतरा बन सकता है? ऑस्ट्रेलिया में हाल ही में हुए एक लैब टेस्ट ने इसी सच्चाई को उजागर किया है। टेस्ट में सामने आया कि मार्केट में बिक रहे कई पॉपुलर सनस्क्रीन अपने दावों पर खरे ही नहीं उतर पाए।

CHOICE ने किया खुलासा

ऑस्ट्रेलियाई संस्था CHOICE ने 20 लोकप्रिय सनस्क्रीन का स्वतंत्र परीक्षण कराया। नतीजा चौंकाने वाला रहा—इनमें से 16 प्रॉडक्ट्स अपने बताए गए SPF स्तर तक भी नहीं पहुंच पाए। चौंकाने वाली बात यह रही कि इनमें बड़े-बड़े ब्रांड्स भी शामिल हैं, जिन पर लोग सालों से भरोसा करते आए हैं।

किन सनस्क्रीन ने पास किया टेस्ट?

20 में से सिर्फ 4 प्रॉडक्ट्स ही अपने दावों पर खरे उतरे:

Cancer Council Kids Sunscreen SPF 50+ – असली SPF 52

La Roche-Posay Anthelios Wet Skin Sunscreen SPF 50+ – SPF 72

Mecca Cosmetica To Save Body SPF 50+ – SPF 51

Neutrogena Ultra Sheer Body Lotion SPF 50 – SPF 56

इन प्रॉडक्ट्स ने यह साबित किया कि इनके दावे सही हैं और ये उपयोग के लिए सुरक्षित हैं।

सबसे बड़ा झटका Ultra Violette से

Ultra Violette Lean Screen SPF 50+ का दावा 50+ था लेकिन टेस्ट में यह सिर्फ SPF 4 निकला। दोबारा टेस्टिंग में भी SPF 5 पाया गया। नतीजतन कंपनी ने इस प्रॉडक्ट को बाज़ार से हटाने और ग्राहकों को रिफंड व वाउचर देने की घोषणा की। इसके अलावा Banana Boat, Bondi Sands, Nivea, Aldi Ombra, Cancer Council Ultra और Sun Bum जैसे नाम भी टेस्ट में असफल पाए गए।

कंपनियों का बचाव और जांच

कई ब्रांड्स ने इन नतीजों पर सवाल उठाए और अपने लैब सर्टिफिकेट पेश किए। लेकिन लगातार असंगत नतीजों के बाद Naked Sundays ने भी अपना Collagen Glow Mineral Sunscreen अस्थायी रूप से रोक दिया।

क्यों है यह बड़ा मुद्दा?

ऑस्ट्रेलिया में हर तीन में से दो लोग ज़िंदगी में कभी न कभी स्किन कैंसर से प्रभावित होते हैं। ऐसे में सही SPF वाला सनस्क्रीन लोगों की सुरक्षा के लिए बेहद ज़रूरी है। गलत दावे न सिर्फ ग्राहकों के पैसे की बर्बादी हैं, बल्कि उनकी सेहत को भी खतरे में डालते हैं।

CHOICE ने यह रिपोर्ट Therapeutic Goods Administration (TGA) और Australian Competition and Consumer Commission (ACCC) को सौंप दी है। अब मांग है कि सरकार खुद स्वतंत्र जांच कराए और यह सुनिश्चित करे कि उपभोक्ताओं को वही सुरक्षा मिले जिसका दावा कंपनियां करती हैं।

Uma Pathak

Uma Pathak

About Author

उमा पाठक ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से मास कम्युनिकेशन में स्नातक और बीएचयू से हिन्दी पत्रकारिता में परास्नातक किया है। पाँच वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली उमा ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएँ दी हैं। उमा पत्रकारिता में गहराई और निष्पक्षता के लिए जानी जाती हैं।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may also like

This thing kept in your kitchen will help you a lot in weight loss, the effect will be visible in just a month
Lifestyle

आपके किचन में रखी यह चीज आपके वेट लॉस में खूब मदद करेगी, सिर्फ़ महीने भर में दिख जाएगा असर

द लोकतंत्र/ उमा पाठक : आज के वक्त में हेल्थी और फिट दिखना किसे पसंद नहीं है और फिट दिखने
Pyramid Walking
Lifestyle

Pyramid Walking: वजन घटाने के लिए सुपर इफेक्टिव है ‘पिरामिड वॉक’, जानिए कैसे और क्यों करें ये एक्सरसाइज

द लोकतंत्र : आजकल की खराब जीवनशैली, अनियमित खानपान और काम के बोझ ने लोगों के लिए फिट रहना बड़ी