द लोकतंत्र: भारत में सुबह की शुरुआत एक कप गर्म दूध वाली चाय से होना आम है। चाहे काम की शुरुआत हो, शाम को गपशप हो या ऑफिस के बीच सुस्ती भगानी हो, चाय का एक कप जैसे दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आप एक महीने के लिए चाय पीना पूरी तरह बंद कर दें तो इसका शरीर पर क्या असर होगा?
चाय और कैफीन: एक खराब कॉम्बिनेशन?
दूध और चायपत्ती में मौजूद टैनिन व कैफीन जब मिलते हैं तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। ऊपर से इसमें चीनी मिलाने से यह और भी नुकसानदेह बन जाती है।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के अनुसार, कैफीन एक स्टिमुलेटिंग सब्सटेंस है जो शरीर में चिंता, घबराहट और डिहाइड्रेशन जैसे लक्षण पैदा कर सकता है।
शुरुआत में होंगे ये बदलाव
सिरदर्द
थकान
चिड़चिड़ापन
एकाग्रता में कमी
हालांकि ये लक्षण 5-7 दिनों तक रह सकते हैं लेकिन इसके बाद शरीर सकारात्मक बदलाव दिखाने लगता है।
नींद में सुधार
आयुर्वेद विशेषज्ञ किरण गुप्ता के अनुसार, चाय छोड़ने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और आप दिनभर ज्यादा एक्टिव रहते हैं। कैफीन आपकी नींद को डिस्टर्ब करता है जिससे नींद अधूरी रह जाती है।
पाचन तंत्र को मिलता है आराम
ज्यादा चाय पीने से न्यूट्रिएंट्स का अवशोषण कम होता है जिससे कब्ज और एसिडिटी की समस्या होती है। एक महीने तक चाय न पीने से पेट हल्का लगता है और पाचन बेहतर होता है।
वजन घटाने में मदद
दूध और चीनी से बनी चाय में कैलोरी ज्यादा होती है। जब आप दिन में 3-4 कप पीते हैं तो शरीर में अतिरिक्त शुगर और फैट चला जाता है। चाय छोड़ने से यह नियंत्रित होता है और वजन कम करने में मदद मिलती है।
अन्य फायदे:
ब्लड प्रेशर में सुधार।
हार्मोन बैलेंस बेहतर होता है।
स्किन हेल्दी बनती है
डेंटल हेल्थ सुधरती है।
एंग्जायटी और मूड स्विंग में राहत।
सिरदर्द में कमी।
अगर आप भी चाय के आदी हैं तो एक बार 30 दिन का ब्रेक जरूर लें। शुरू में थोड़ी तकलीफ हो सकती है, लेकिन शरीर में इसके लंबे समय तक असर दिखेंगे, बेहतर नींद, हल्का शरीर और ऊर्जा से भरपूर दिन।