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सर्दियों में सुबह की तेज़ Cough किसी बड़ी बीमारी का संकेत? जानें प्रदूषण, एसिड रिफ्लक्स और अस्थमा से कनेक्शन

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द लोकतंत्र : देश की राजधानी दिल्ली-एनसीआर समेत अधिकतर हिस्सों में बिगड़े हुए वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) और कड़ाके की सर्दी का घातक मेल, आमजन के श्वसन स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर चुनौती बन गया है। इस मौसम में कुछ लोगों को रात में सोते समय या सुबह उठते ही अधिक खांसी आने की समस्या सताती है। दिल्ली के जीटीबी हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. कुलदीप कुमार के अनुसार, यह समस्या मात्र ठंड लगने का परिणाम नहीं है, बल्कि ब्रोंकाइटिस (Bronchitis), एसिड रिफ्लक्स या फिर कुछ गंभीर मामलों में अस्थमा (Asthma) जैसे निहित स्वास्थ्य समस्याओं की ओर इशारा कर सकती है।

खांसी का कारण: शरीर का रक्षा तंत्र

विशेषज्ञों का कहना है कि खांसी को अक्सर बीमारी माना जाता है, जबकि यह हमारे शरीर का एक रक्षा तंत्र (Defense Mechanism) है।

  • रक्षा प्रक्रिया: जब भी साँस की नली में कफ, धूल के कण, वायरस या बैक्टीरिया जैसी कोई गंदगी या परेशानी होती है, तो शरीर उसे बाहर निकालने के लिए खांसी के रूप में प्रतिक्रिया करता है। सीधे शब्दों में कहें, खांसी एक तरह से संक्रमण या एलर्जी को बाहर निकालने का तरीका है।

प्रमुख कारण:

  • प्रदूषण: बढ़ा हुआ AQI और हवा में मौजूद सूक्ष्म कण एलर्जिक रिएक्शन को ट्रिगर करते हैं, जिससे सूखी खांसी होती है।
  • ठंडी हवा/मौसम: ठंडी हवाओं या मौसम में बदलाव की वजह से भी कफ की समस्या हो जाती है।
  • एसिडिटी और अस्थमा: प्रोफेसर कुलदीप बताते हैं कि रात में बढ़ने वाली खांसी की अहम वजह अस्थमा और एसिडिटी (एसिड रिफ्लक्स) हो सकते हैं।
  • चेतावनी: एक्सपर्ट्स जोर देते हैं कि अगर यह खांसी 2 हफ्तों से ज्यादा बनी रहती है, तो व्यक्ति को फेफड़ों से जुड़े टेस्ट जरूर करवाने चाहिए।

सुबह की खांसी से राहत के प्रभावी घरेलू उपाय

इस आम समस्या से तुरंत राहत पाने के लिए रसोई में मौजूद प्राकृतिक उपचारों का सहारा लिया जा सकता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर हैं:

  • शहद और अदरक: एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर अदरक को शहद के साथ खाने से गले में हुई सूजन (Inflammation) कम होती है और खांसी शांत होती है।
  • भाप का नुस्खा: सीने में जमे हुए कफ को प्राकृतिक रूप से बाहर निकालने के लिए भाप लेना सबसे प्रभावी है। गर्म पानी में अजवाइन या तुलसी के पत्तों को शामिल करने से लाभ और बढ़ जाता है।
  • हल्दी वाला दूध: हल्दी में मौजूद एंटी बैक्टीरियल और एंटीइंफ्लामेट्री गुण इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं। हल्दी वाले दूध का सेवन गले की खराश और कफ में राहत देता है।
  • काली मिर्च और शहद: विटामिन सी का अच्छा स्रोत काली मिर्च को पीसकर शहद के साथ सुबह-शाम लेने से प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और खांसी से लड़ने में मदद मिलती है।

चूँकि प्रदूषण का स्तर उच्च है, इसलिए सुबह-सुबह बाहरी गतिविधियों को कम करने और डॉक्टर की सलाह लेने की आवश्यकता है यदि खांसी लगातार बनी रहती है।

Uma Pathak

Uma Pathak

About Author

उमा पाठक ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से मास कम्युनिकेशन में स्नातक और बीएचयू से हिन्दी पत्रकारिता में परास्नातक किया है। पाँच वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली उमा ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएँ दी हैं। उमा पत्रकारिता में गहराई और निष्पक्षता के लिए जानी जाती हैं।

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