द लोकतंत्र/ अयोध्या : धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी अयोध्या में मानव सेवा का अद्भुत उदाहरण पेश करते हुए श्री दीनबंधु नेत्र चिकित्सालय ने अपने 20वें स्थापना दिवस पर ‘ज्योति महायज्ञ’ नाम से एक दिवसीय निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। कल्याणम् करोति, लखनऊ के तत्वावधान में आयोजित इस शिविर में 456 मरीजों की नेत्र जांच की गई, जबकि 105 मरीजों के निःशुल्क नेत्र ऑपरेशन कर उन्हें नई दृष्टि प्रदान की गई। शिविर में आए लाभार्थियों को जांच, ऑपरेशन, दवा, लेंस, भोजन और सभी सुविधाएं पूरी तरह निःशुल्क उपलब्ध कराई गईं।
नेत्र सेवा के 20 वर्ष, रोशनी बाँटने की प्रेरक यात्रा
संस्था के महामंत्री राष्ट्रगौरव शर्मा ने कार्यक्रम के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि पूज्य महंत श्री नृत्य गोपाल दास जी की प्रेरणा और महंत श्री कमल नयन शास्त्री जी के मार्गदर्शन में वर्ष 2005 से अब तक संस्थान द्वारा 9 लाख से अधिक नेत्र रोगियों की जांच तथा 2.45 लाख से अधिक निःशुल्क नेत्र ऑपरेशन किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि वंचित और पिछड़े वर्ग के लोगों को दृष्टि और स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना संस्था का मुख्य उद्देश्य है।
उन्होंने आगे बताया कि समाज सेवा को व्यापक रूप देने के उद्देश्य से कल्याणम् करोति और गजेंद्र दत्त नेथानी ट्रस्ट द्वारा लखनऊ के सुल्तानपुर रोड पर 200 बेड का अत्याधुनिक नेत्र चिकित्सालय स्थापित किया जा रहा है। यह अस्पताल भी अयोध्या की तर्ज पर कमजोर और जरूरतमंद रोगियों को निःशुल्क नेत्र सेवाएं प्रदान करेगा।
स्थापना दिवस समारोह में उपस्थित रहे प्रबुद्ध जन
स्थापना दिवस समारोह में सुरेश चंद्र शर्मा (गाजियाबाद), रंजना जैन, रंजना गोयल, डी.एन. मिश्रा, उदय भान पाठक, यू.डी. मिश्रा, लक्ष्मण तिवारी, रामकृपा शर्मा, हनुमान मिश्र और वीरेंद्र यादव सहित विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक हस्तियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के समापन पर सभी लाभार्थियों को रामधुन यंत्र भेंट किया गया।
अयोध्या में आयोजित यह शिविर केवल नेत्र चिकित्सा का आयोजन नहीं, बल्कि समाज में मानवता, सेवा और समर्पण की परंपरा को आगे ले जाने का वह संकल्प था, जो पिछले दो दशकों से लाखों लोगों के जीवन में प्रकाश ला रहा है।

