द लोकतंत्र/ बिहार : बिहार की राजनीति में एक नई उम्मीद के रूप में उभरे सामाजिक कार्यकर्ता संजय कुमार सिंह ने आज अपने 50वें जन्मदिवस के मौके पर बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बनियापुर सीट से उम्मीदवार बनने की औपचारिक घोषणा की। उन्होंने यह ऐलान मशरक स्थित जय बिहार फाउंडेशन ट्रस्ट के कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी और स्थानीय नागरिक शामिल हुए।
संजय कुमार सिंह जय बिहार फाउंडेशन ट्रस्ट के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। यह संस्था बिहार में सामाजिक सरोकारों, जनचेतना और विकास के मुद्दों पर लंबे समय से काम कर रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, महिला सशक्तिकरण और युवाओं को सही दिशा देने जैसे क्षेत्रों में ट्रस्ट द्वारा किए गए कार्यों ने इसे बनियापुर ही नहीं, बल्कि पूरे सारण ज़िले में एक प्रभावी और लोकप्रिय मंच बना दिया है।
‘विकसित बनियापुर हमारा संकल्प’: चुनावी नारा
अपने संबोधन में संजय कुमार सिंह ने बताया कि उनका चुनावी अभियान “विकसित बनियापुर हमारा संकल्प” के नारे के साथ शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बनियापुर जैसी संभावनाशील विधानसभा सीट को अब तक केवल राजनीतिक प्रयोगशाला के रूप में देखा गया है, जबकि जनता की बुनियादी समस्याएं आज भी जस की तस बनी हुई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब वक्त आ गया है कि बनियापुर को विकास की मुख्यधारा में लाया जाए और यही उनका पहला और अंतिम लक्ष्य रहेगा।
बता दें, संजय कुमार सिंह उन विरले लोगों में हैं जिन्होंने राजनीति में आने से पहले समाज के जमीनी स्तर पर काम को अपनी प्राथमिकता बनाया। उन्होंने अपने ट्रस्ट के माध्यम से युवाओं को निजी नौकरियों और स्व रोज़गार से जोड़ने के लिए रोजगार मेले आयोजित किए, महिलाओं को स्वावलंबन की दिशा में प्रशिक्षित किया। ट्रस्ट की पहल पर ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल स्वास्थ्य शिविर और बालिका शिक्षा अभियान भी चलाए गए।
बिहार की राजनीतिक और सामाजिक उपेक्षा पर चिंता
अपने संबोधन में संजय कुमार सिंह ने बिहार की राजनीतिक और प्रशासनिक उपेक्षा पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह राज्य जिसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत पूरे देश में मिसाल रही है, आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है। उन्होंने यह आरोप लगाया कि राजनीति अब सेवा नहीं बल्कि सिर्फ सत्ता की होड़ बन चुकी है, और यही कारण है कि आम जनता को प्रतिनिधित्व देने की जगह छल और भ्रम दिए जाते हैं।
गौरतलब है कि जय बिहार फाउंडेशन ट्रस्ट की शुरुआत एक जन आंदोलन के रूप में हुई थी, जब संजय कुमार सिंह ने यह तय किया कि अब सिर्फ सवाल पूछने से नहीं, बल्कि सिस्टम का हिस्सा बनकर बदलाव लाना होगा। उसी सोच का परिणाम है कि आज वे चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा कर रहे हैं। संजय कुमार सिंह ने यह भी कहा कि वे राजनीति को न सेवा से अलग मानते हैं, न ही जनहित से। वे खुद को जनता का प्रतिनिधि नहीं, जनभावनाओं का संवाहक मानते हैं और चुनाव के माध्यम से अपने क्षेत्र के लोगों को वह नेतृत्व देना चाहते हैं जो धरातल पर बदलाव ला सके।