द लोकतंत्र/ देवरिया/ राबी शुक्ला : देवरिया में इस बार छठ पर्व शांति, श्रद्धा और अनुशासन के साथ संपन्न हुआ। ज़िलाधिकारी दिव्या मित्तल के निर्देशन में प्रशासन ने घाटों पर स्वच्छता, सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं के लिए विशेष पहल की। इसका परिणाम यह रहा कि इसबार जनपद में व्रतधारियों और श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना के दौरान सहज और सुरक्षित वातावरण मिला।
ज़िलाधिकारी दिव्या मित्तल ने छठ घाटों का किया निरीक्षण
छठ पर्व के दौरान ज़िलाधिकारी दिव्या मित्तल ने स्वयं घाटों का निरीक्षण किया और छठ व्रतियों से संवाद कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि किसी भी श्रद्धालु को असुविधा न हो। साथ ही, अधिशासी अधिकारी संजय तिवारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक यादवेश कुमार यादव, और सफाई निरीक्षक श्रद्धानंद गुप्ता भी अपने-अपने स्तर पर सक्रिय रहे। सभी ने मिलकर घाटों पर सफाई, रोशनी, और सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखने का कार्य किया।
देवरिया के प्रमुख छठ घाटों और तालाबों पर इस बार स्वच्छता और अनुशासन का विशेष ध्यान रखा गया। सफाई कर्मियों की टीम लगातार सक्रिय रही, जिससे पूजा स्थल पर कोई गंदगी या भीड़भाड़ की स्थिति न बने। श्रद्धालुओं ने प्रशासन की तैयारी को संतुलित और प्रभावी बताया। कई लोगों का कहना था कि इस बार घाटों पर सफाई और रोशनी की व्यवस्था पिछले वर्षों की तुलना में बेहतर रही।
नगरपालिका अध्यक्ष के प्रयासों की भी सराहना
नगरपालिका अध्यक्ष अलका सिंह की भूमिका भी इस पर्व को सफल बनाने में महत्वपूर्ण रही। उनके निर्देशन में नगर पालिका की टीमें लगातार क्षेत्र का भ्रमण करती रहीं और यह सुनिश्चित किया कि घाटों पर नालों की सफाई, प्रकाश व्यवस्था और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएँ ठीक से उपलब्ध रहें। स्थानीय नागरिकों और व्रतियों ने प्रशासन और नगर पालिका के समन्वित प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस बार का छठ पर्व पहले से अधिक सुसंगठित और स्वच्छ रहा।
ज़िलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कहा कि छठ पर्व केवल धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि समाज में अनुशासन और सहयोग की भावना को भी दर्शाता है। उन्होंने व्रतधारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज में सहभागिता और जिम्मेदारी की भावना को मजबूत करते हैं।

