द लोकतंत्र/ देवरिया ब्यूरो : पर्यावरण की सुरक्षा और समाज में हरियाली के महत्व को समझाते हुए जनपद देवरिया (Deoria) में नेचरसोल फाउंडेशन के तत्वाधान में विशेष वृक्षारोपण और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। पितृपक्ष अमावस्या के अवसर पर पीपल के पवित्र वृक्ष का रोपण किया गया, जिसमें फाउंडेशन के संस्थापक विजय मणि त्रिपाठी के साथ गौरव तिवारी, मयंक मणि, दयासागर ओझा, और दीपक मौर्या ने सक्रिय सहभागिता दिखाई। दरअसल, पीपल का वृक्ष पर्यावरण शुद्धिकरण और धार्मिक आस्था का प्रतीक माना जाता है, जो अपनी अद्वितीय ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता के कारण पृथ्वी पर वायु शुद्धता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इस अवसर पर फाउंडेशन के संस्थापक विजय मणि त्रिपाठी ने कहा, पीपल जैसे वृक्षों का रोपण केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि प्रकृति की निरंतरता को बनाए रखने का एक छोटा-सा प्रयास है। आज जब जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण की समस्याएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं, हमें हर स्तर पर पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सक्रिय भूमिका निभानी होगी। उन्होंने आगे बताया कि नेचरसोल फाउंडेशन का उद्देश्य केवल वृक्षारोपण तक सीमित नहीं है, बल्कि लोगों के मन में पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता और जागरूकता को बढ़ावा देना भी है।
गांधी जयंती के अवसर पर वृक्षारोपण
इसके अलावा, 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर नेचरसोल फाउंडेशन ने कंपोजिट विद्यालय, जंगल ठकुरही, देवरिया में बच्चों के बीच पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक उमेश चंद्र तिवारी, सहायक अध्यापक दुर्गा शंकर द्विवेदी, अखिलेश मिश्रा, संगीता सिंह, और निपू सिंह ने भी भाग लिया। बच्चों को पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, और स्वच्छता के प्रति जागरूक करते हुए, उन्हें पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझने और इन आदतों को जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया गया।
विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया, जिसमें बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया पर्यावरण संरक्षण के प्रति स्वयं के प्रयास के संदेश को आत्मसात किया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों को बताया गया कि वृक्षारोपण केवल हरियाली ही नहीं बढ़ाता, बल्कि यह हमारे चारों ओर का पर्यावरण संतुलन बनाए रखने, जलवायु परिवर्तन को कम करने, मिट्टी के कटाव को रोकने, और जैव विविधता को संरक्षित करने का भी महत्वपूर्ण माध्यम है।
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नेचरसोल फाउंडेशन ने इस कार्यक्रम के माध्यम से न केवल वृक्षारोपण को बढ़ावा दिया, बल्कि स्थानीय समुदायों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने की दिशा में एक सार्थक कदम भी उठाया। बच्चों को बताया गया कि वृक्ष हमारे जीवन की आधारशिला हैं, जो हमें ऑक्सीजन, छाया, और जैविक संतुलन प्रदान करते हैं। उन्होंने जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना करने के लिए वृक्षारोपण को एक प्रभावी समाधान के रूप में अपनाने का आह्वान किया।
नेचरसोल फाउंडेशन द्वारा आयोजित इन कार्यक्रमों ने समाज के सभी वर्गों मसलन बच्चों, अध्यापकों, और आमजन को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक बनाने का प्रयास किया। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य केवल वृक्षारोपण तक सीमित नहीं था, बल्कि समाज में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनाने और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की दिशा में जन-जागरूकता बढ़ाने का भी था।