द लोकतंत्र/ राबी शुक्ला : जनपद देवरिया में अधिवक्ताओं और ज़िलाधिकारी के बीच चल रहा रार ख़त्म नहीं हो रहा है। देवरिया में जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह और सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरि के बीच हुई नोकझोंक के बाद शुरू हुआ अधिवक्ताओं का हड़ताल रविवार को 18वें दिन भी जारी रहा। देवरिया जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह के तबादले की मांग पर अड़े अधिवक्ताओं ने 18 जुलाई को अधिवक्ताओं के महापंचायत बुलाये जाने का आह्वाहन किया है जिसमें प्रदेश भर से अधिवक्ता इकट्ठा होंगे।
जिला बार एसोसिएशन, जिला कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन व दी सेंट्रल कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने अपनी हड़ताल जारी रखी है। दरअसल, बीते 19 जून को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित अपने कार्यालय में बैठे जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह एवं अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सिंहासन गिरी के बीच किसी बात को लेकर नोकझोंक हुई। दोनों तरफ से हुए वाद विवाद के बाद मामला इतना बिगड़ गया कि अधिवक्ता लामबंद होकर जिलाधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
ज़िला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सिंहासन गिरी ने कहा – ज़िलाधिकारी ने दुर्व्यवहार किया
ज़िला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सिंहासन गिरी का कहना है कि ज़िलाधिकारी ने वकीलों के साथ अपने कार्यालय कक्ष में दुर्व्यवहार किया। वे लोग एक ज़मीन के सिलसिले में ज़िलाधिकारी से मिलने के लिये गये थे जिसके बाद ज़िलाधिकारी के द्वारा सभी बार प्रतिनिधियों को अपशब्द कहे गये और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। बक़ौल अधिवक्ता संघ अध्यक्ष ज़िलाधिकारी द्वारा अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया गया और प्रतिनिधियों को अपमानित किया गया।
यह भी पढ़ें : NEET-NET छोड़िये ‘इंस्टाग्राम रील’ बनाइए, मोदी सरकार भी नहीं चाहती आप डॉक्टर-प्रोफ़ेसर बनें
उन्होंने कहा कि, अधिवक्ताओं की माँग है है कि शीघ्र ही ज़िलाधिकारी देवरिया अखंड प्रताप सिंह का तबादला हो और उनपर शासन द्वारा दण्डात्मक कार्यवाही की जाए। उन्होंने ज़िलाधिकारी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए साथ ही यह भी कहा कि इस मामले में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है। हालाँकि सीएम के द्वारा इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। इसलिए 18 जुलाई को देवरिया में अधिवक्ताओं का महा पंचायत होगा।