द लोकतंत्र/ देवरिया : अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज और अर्जुन व द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित संजीव सिंह, ग्राम कन्हौली, देवरिया निवासी, को महात्मा गांधी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें पांडुचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर किरण बेदी ने प्रदान किया। यह उपलब्धि न केवल संजीव सिंह के लिए, बल्कि पूरे देवरिया जनपद और उत्तर प्रदेश के लिए गौरव का क्षण है।
सम्मान प्राप्त करने के बाद संजीव सिंह ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि महात्मा गांधी पुरस्कार पाकर वे अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि यह सम्मान केवल उनका नहीं बल्कि उन सभी का है जिन्होंने उनके 43 वर्षों के खिलाड़ी, कोच और प्रशासक के सफर में उनका साथ दिया।

परिवार और संस्थाओं का आभार
संजीव सिंह ने अपने माता-पिता के प्रति कृतज्ञता जताते हुए कहा कि उन्हीं के प्रोत्साहन से उन्होंने खेलों के माध्यम से राष्ट्र सेवा का मार्ग चुना। उन्होंने टाटा समूह का भी आभार व्यक्त किया, जहां से उन्होंने अनुशासन, निष्ठा और समाज सेवा के मूल्यों को आत्मसात किया। यही मूल्य आज भी उनके जीवन और कार्य को दिशा दे रहे हैं।
उन्होंने यह सम्मान अपने सहयोगी संस्थानों – ओएनजीसी, एसबीआई फाउंडेशन, इंडियन ऑयल और एसटीसीआई को भी समर्पित किया। इन संस्थाओं के सहयोग से उन्होंने भारत का पहला ग्रामीण विश्व तीरंदाजी स्कूल, तीरंदाजी अकादमी और पैरा तीरंदाजी केंद्र स्थापित किया।
ओलंपिक और ग्रामीण प्रतिभाओं की ओर नजर
संजीव सिंह ने कहा कि यह सम्मान उन ग्रामीण युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगा जो अपने सपनों को पंख देना चाहते हैं। उनका लक्ष्य है कि ग्रामीण भारत से निकलने वाली प्रतिभाएं न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि 2036 ओलंपिक और उससे आगे भारत का नाम रोशन करें।
उन्होंने महात्मा गांधी की भावना का उल्लेख करते हुए कहा कि यह पुरस्कार उन्हीं ग्रामीण युवाओं को समर्पित है, जो अनुशासन और अवसर पाकर देश का भविष्य बदल सकते हैं।