द लोकतंत्र: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कुबेरेश्वर धाम में मंगलवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब सावन माह की कांवड़ यात्रा के दौरान अचानक भगदड़ मच गई। इस हादसे में दो महिलाओं की दबकर मौत हो गई, जबकि करीब पांच श्रद्धालु घायल हुए हैं। मृतकों की उम्र लगभग 50 वर्ष बताई जा रही है।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुबेरेश्वर धाम में मंगलवार को हजारों श्रद्धालु दर्शन और कांवड़ यात्रा के लिए पहुंचे थे। भीड़ इतनी अधिक हो गई कि अचानक धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिससे कई लोग गिर पड़े और दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई। घायल श्रद्धालु भी गिरकर या पैरों के नीचे दबकर घायल हुए।
प्रशासन सतर्क, जांच जारी
सीहोर जिला प्रशासन ने तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि यह जानने की कोशिश की जा रही है कि भगदड़ किस कारण से और कैसे हुई। मौके पर ट्रैफिक पुलिस, मेडिकल टीमें और अन्य सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है।
6 अगस्त को भव्य कांवड़ यात्रा, 5 लाख श्रद्धालुओं की संभावना
गौरतलब है कि 6 अगस्त 2025 को कुबेरेश्वर धाम में पंडित प्रदीप मिश्रा के नेतृत्व में भव्य कांवड़ यात्रा निकाली जानी है। इसमें 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। इसी को देखते हुए प्रशासन ने 5 अगस्त की रात 12 बजे से 6 अगस्त रात 10 बजे तक ट्रैफिक डायवर्जन प्लान लागू किया है।
पहले भी हो चुकी है भगदड़
यह पहली बार नहीं है जब कुबेरेश्वर धाम में भगदड़ हुई हो। फरवरी 2023 में रुद्राक्ष वितरण के दौरान भी इसी तरह की भगदड़ में महाराष्ट्र की एक महिला और एक 3 साल के बच्चे की मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन ने आयोजन को रोक दिया था।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों से अपील की है कि वे धैर्य और संयम बनाए रखें, और वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करें। सभी प्रमुख स्थानों पर पुलिस, ट्रैफिक कर्मी और मेडिकल टीमें तैनात की जाएंगी ताकि कोई बड़ी दुर्घटना न हो।