द लोकतंत्र: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र के बेहटा इलाके में स्थित अवैध पटाखा फैक्ट्री (Firecracker Factory) में हुए भीषण धमाके के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। इस हादसे में फैक्ट्री संचालक मोहम्मद आलम और उसकी पत्नी मुन्नी की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।
हादसे के बाद सर्च ऑपरेशन तेज
धमाके के तुरंत बाद इलाके में पुलिस और प्रशासन ने संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। शनिवार सुबह से ही डीसीपी शशांक सिंह, एडीसीपी, एसीपी और गुडंबा थाने की पुलिस के साथ विकास नगर पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। साथ ही बीडीएस टीम और फायर ब्रिगेड विभाग के अधिकारी भी तलाशी अभियान में जुट गए।
छानबीन में मिला विस्फोटक का जखीरा
जांच के दौरान पुलिस ने कई गोदामों से 8 से 10 कुंतल विस्फोटक और बारूद बरामद किया। इसके अलावा पटाखे बनाने में इस्तेमाल होने वाले अन्य खतरनाक सामान भी जब्त किए गए। पुलिस को कुछ गोदामों में विस्फोटक सामग्री जमीन में गाड़कर छिपाई गई मिली, जिसे खुदाई कर बाहर निकाला गया। कई गोदामों के बाहर लगे ताले तोड़कर तलाशी की गई।
डीसीपी का बयान
डीसीपी शशांक सिंह ने बताया कि पूरे इलाके में लगातार तलाशी अभियान जारी है। जहां-जहां से विस्फोटक बरामद हो रहा है, उसे मौके पर ही नष्ट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सभी आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जल्द गिरफ्तारी होगी। घटना के बाद कई संचालक फरार हो गए हैं, जिनकी तलाश जारी है।
पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
इस हादसे के बाद लापरवाही सामने आने पर दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि ऐसे मामलों में जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अवैध फैक्ट्री पर सख्ती की तैयारी
प्रशासन ने साफ कहा है कि राजधानी में अवैध पटाखा फैक्ट्री या गोदामों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या विस्फोटक सामग्री की सूचना तुरंत प्रशासन को दें, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को टाला जा सके।
यह हादसा प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ा सबक है कि बिना लाइसेंस और सुरक्षा मानकों के चल रही फैक्ट्रियां न सिर्फ अवैध हैं बल्कि आम जनता की जान के लिए भी गंभीर खतरा हैं।