द लोकतंत्र: मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने अनोखे तरीके से सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने सरकार की निष्क्रियता के प्रतीक के रूप में विधानसभा परिसर में भैंस के आगे बीन बजाई। इस प्रदर्शन ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
भैंस बनी सरकार की निष्क्रियता का प्रतीक
कांग्रेस विधायकों का कहना है कि सरकार जनता की समस्याओं पर बिल्कुल भी प्रतिक्रिया नहीं दे रही है। जैसे भैंस के सामने बीन बजाने से कोई असर नहीं होता, वैसे ही सरकार जनता की पीड़ा और सवालों पर मौन है।
प्रदर्शन के दौरान दो कांग्रेस विधायक प्रतीकात्मक रूप से ‘भैंस’ की भूमिका में थे, जबकि अन्य विधायक उनके सामने बीन बजा रहे थे।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा, “प्रदेश की भाजपा सरकार भैंस की तरह निष्क्रिय हो चुकी है। न युवाओं को रोजगार मिल रहा है, न ही ओबीसी आरक्षण पर कोई जवाब। यह सरकार सिर्फ आंख मूंदे बैठी है।”
नागपंचमी पर भैंस? BJP का पलटवार
प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस पर हमला बोला और कहा, “आज नागपंचमी है और कांग्रेस भैंस लेकर आई है। ये कभी गिरगिट लाते हैं तो कभी भैंस। ऐसे बर्ताव से सदन की मर्यादा टूटती है।”
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी तंज कसा और कहा, “कांग्रेस में इंटरनेशनल सपेरे हैं। उन्होंने ही कहा था कि आस्तीन का सांप खोजना है, शायद कांग्रेस बीन इसी काम के लिए बजा रही है।”
काले गाउन में प्रवेश रोका
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के दो विधायक काले गाउन पहनकर सदन में प्रवेश करने लगे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया और गाउन उतारने का अनुरोध किया। बाद में विधायक गाउन हटाकर सदन में पहुंचे।
कैलाश कुशवाहा, कांग्रेस विधायक (पोहरी), ने कहा, “हमने शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया, लेकिन हमें रोकने की कोशिश की गई। हमने लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखी।”
पहले दिन भी रहा था हंगामा
गौरतलब है कि मानसून सत्र के पहले दिन भी सदन की कार्यवाही केवल 37 मिनट चली थी। आज भी विपक्ष के आक्रामक तेवरों से हंगामे के आसार रहे।