द लोकतंत्र: मेघालय के पूर्वी जयंतिया हिल्स ज़िले में रविवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने करीब 4.4 करोड़ रुपये मूल्य की हेरोइन जब्त की और मणिपुर की तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने सोमवार को जानकारी दी कि यह अभियान गुप्त सूचना के आधार पर चलाया गया था।
पूर्वी जयंतिया हिल्स के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विकास कुमार ने बताया कि मादक द्रव्य निरोधक कार्य बल (Anti-Narcotics Task Force – ANTF) और ज़िला पुलिस की एक संयुक्त टीम ने उमकियांग गश्ती चौकी पर एक कार को रोका। तलाशी के दौरान तीन ट्रैवल बैग बरामद हुए, जिनमें 80 साबुन के डिब्बों में छिपाकर 961.33 ग्राम हेरोइन रखी गई थी। इनकी अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में अनुमानित कीमत 4.4 करोड़ रुपये आंकी गई।
गिरफ्तार की गई तीनों महिलाएं मणिपुर के खोंगजोम क्षेत्र की रहने वाली बताई जा रही हैं। पुलिस ने उनके खिलाफ लुमशनोंग थाने में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेस (NDPS) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। एसपी के अनुसार प्रारंभिक जांच से पता चला कि ये महिलाएं चुराचांदपुर से शिलांग की ओर जा रही थीं।
इसी दिन पुलिस ने एक अन्य अभियान में खलीहरियात थाना क्षेत्र के ब्यंदीहाटी गांव में भी कार्रवाई की। इस दौरान एक बस की तलाशी में शिलांग के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया और उसके पास से 91.86 ग्राम हेरोइन बरामद हुई, जिसे नौ साबुन के डिब्बों में छिपाया गया था। जब्त किए गए इस नशीले पदार्थ की कीमत करीब 40 लाख रुपये बताई गई है।
पुलिस का मानना है कि इन मामलों का संबंध किसी बड़े अंतर-राज्यीय ड्रग सिंडिकेट से हो सकता है। अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है ताकि सप्लाई चैन और नेटवर्क का पता लगाया जा सके।
मेघालय और मणिपुर में बीते कुछ वर्षों से ड्रग्स की तस्करी और खपत में तेज़ी आई है। मणिपुर का गोल्डन ट्रायंगल (म्यांमार सीमा से सटा क्षेत्र) लंबे समय से नशीले पदार्थों के व्यापार का गढ़ माना जाता है। सुरक्षा एजेंसियां मानती हैं कि इस नेटवर्क से न केवल राज्य बल्कि देश के अन्य हिस्सों तक ड्रग्स पहुँचाए जा रहे हैं।
इस घटना ने एक बार फिर से पूर्वोत्तर राज्यों में ड्रग्स की समस्या की गंभीरता को उजागर किया है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने दावा किया है कि ऐसे नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए लगातार अभियान जारी रहेंगे।