द लोकतंत्र: पटना जिले के दनियावां में शनिवार की सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ, जब नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के रेरी मलमा गांव के लोग एक ऑटो में सवार होकर फतुहा गंगा स्नान करने जा रहे थे।
रास्ते में अल्ट्राटेक फैक्ट्री के पास एक तेज रफ्तार ट्रक ने ऑटो को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑटो के परखच्चे उड़ गए और मौके पर सात लोगों ने दम तोड़ दिया। वहीं, एक व्यक्ति की इलाज के दौरान पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) में मौत हो गई।
ट्रक चालक फरार, जांच जारी
हादसे के बाद ट्रक चालक वाहन सहित फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंचकर घायलों को नजदीकी अस्पताल ले गई, जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें पटना रेफर किया गया। फरार ट्रक चालक की तलाश में छापेमारी चल रही है।
तनावपूर्ण माहौल और लोगों की मांग
घटना के बाद मौके पर तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों ने शव उठाने से इनकार कर दिया और मांग की कि फरार ट्रक चालक व ट्रक को मौके पर लाया जाए, तभी शवों को उठाया जाएगा। सूचना मिलने पर पटना सिटी एसडीएम और प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया।
नेताओं ने जताया दुख, मुआवजे की मांग
हादसे की सूचना मिलते ही हिलसा विधायक कृष्ण मुरारी शरण मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतकों के परिजनों को प्रति परिवार एक लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की। वहीं पटना जिला प्रशासन ने तत्काल राहत के रूप में 20-20 हजार रुपये देने की घोषणा की है। प्रशासन का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद नालंदा जिला प्रशासन की ओर से मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी।
मृतकों और घायलों की पहचान
मृतकों में सात महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। सभी नालंदा जिले के एक ही गांव के रहने वाले थे और गंगा स्नान के लिए फतुहा जा रहे थे। हादसे में घायल छह लोगों का इलाज पटना के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। पुलिस मृतकों की पहचान करने के साथ-साथ पूरे मामले की गहन जांच कर रही है।
प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद दी जाएगी। वहीं, पुलिस ने कहा कि फरार ट्रक चालक को जल्द ही गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार वाहनों पर कड़े नियंत्रण की जरूरत की ओर इशारा करता है।