द लोकतंत्र: बिहार की राजधानी पटना में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वीवीआईपी इलाके भी अब सुरक्षित नहीं बचे हैं। गुरुवार को पोलो रोड पर दिनदहाड़े एक युवक को गोली मार दी गई। यह वारदात राज्य के मंत्री अशोक चौधरी के आवास के ठीक सामने हुई। इस इलाके में राजद नेता तेजस्वी यादव सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों और जजों के भी सरकारी आवास स्थित हैं।
बाइक सवार बदमाशों ने युवक पर की फायरिंग
पुलिस के मुताबिक, गोलीबारी की यह घटना राहुल नामक युवक के साथ हुई, जिसे गोली मारी गई और उसके पास से 400 रुपये भी लूट लिए गए। अपराधी बाइक पर सवार होकर आए थे और वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गए। घटनास्थल से गोली का एक खोखा भी बरामद किया गया है। फिलहाल, पुलिस जांच में जुटी है और हमलावरों की तलाश के लिए छापेमारी चल रही है।
नए SSP के जॉइनिंग वाले दिन ही वारदात
गौर करने वाली बात यह है कि गुरुवार को ही पटना के नए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) कार्तिकेय शर्मा ने कार्यभार संभाला है। उनके जॉइनिंग वाले दिन वीवीआईपी क्षेत्र में इस तरह की वारदात ने कानून-व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
पिछले एक हफ्ते में पटना में तीन बड़ी वारदातें
यह कोई पहली घटना नहीं है। बीते एक सप्ताह में पटना में आपराधिक घटनाओं की बाढ़ सी आ गई है। कुछ दिन पहले आलमगंज थाना क्षेत्र में एक महिला और उसकी बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि महिला का पति गंभीर रूप से घायल हुआ था। यह घटना अर्फाबाद नहर के पास घटी थी।
इसी तरह 13 जून को पटना से सटे दानापुर के न्यू गोसाई टोला में श्रवण कुमार नामक युवक की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह अपने घर के बाहर खड़ा था, तभी हमलावरों ने उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
अपराध पर काबू सबसे बड़ी चुनौती
पटना जैसे संवेदनशील और राजधानी शहर में इस तरह की लगातार आपराधिक घटनाएं न केवल आम लोगों की सुरक्षा पर सवाल उठाती हैं, बल्कि पुलिस प्रशासन के लिए भी यह एक बड़ी चुनौती बन गई है। खासकर जब अपराधी अब वीवीआईपी इलाकों तक में बेखौफ होकर वारदातें अंजाम दे रहे हैं।