द लोकतंत्र: रविवार सुबह मध्यप्रदेश के उज्जैन रेलवे स्टेशन पर उस समय हड़कंप मच गया, जब एक आर्मी स्पेशल मालगाड़ी में लोड ट्रक में अचानक आग लग गई। सुबह 8:48 बजे प्लेटफार्म नंबर 2 पर पहुंचे इस ट्रेन में सेना के जवान और आर्मी के करीब एक दर्जन ट्रक शामिल थे, जिनमें आवश्यक सामग्री और उपकरण लदे थे। आग लगते ही रेलवे और आरपीएफ के जवानों ने तत्काल मोर्चा संभाला और बड़ी सूझबूझ से हालात काबू में किए।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जैसे ही धुआं उठता दिखा, प्लेटफार्म पर अफरा-तफरी मच गई। आरपीएफ ने बिना देर किए फायर सेफ्टी सिलेंडर और पानी की मदद से आग बुझाने की कोशिश शुरू की। करीब 20 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया। सौभाग्य से इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
आरपीएफ टीआई नरेंद्र यादव ने बताया कि यह ट्रेन भोपाल से जोधपुर जा रही थी। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण ट्रक में संभावित तकनीकी खराबी माना जा रहा है। आगजनी के कारण रेलवे ट्रैक पर लगे ओवरहेड एसी वायर (OHE) को नुकसान पहुंचा है, हालांकि ट्रेन के अन्य डिब्बे और यात्रियों को कोई हानि नहीं हुई।
घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने उच्चाधिकारियों को सूचित किया और जांच के लिए टीम को बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। आरपीएफ के अनुसार, मामले की विस्तृत जांच होगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
स्थानीय लोगों ने आरपीएफ और रेलवे स्टाफ की तत्परता की सराहना की। उन्होंने कहा कि अगर समय पर आग पर काबू नहीं पाया जाता, तो नुकसान कहीं अधिक हो सकता था। रेलवे ने भी यात्रियों से अपील की है कि स्टेशन परिसर में किसी भी संदिग्ध गतिविधि या आपात स्थिति की जानकारी तुरंत सुरक्षा कर्मियों को दें।
यह घटना एक बार फिर रेलवे सुरक्षा व्यवस्था और फायर सेफ्टी प्रोटोकॉल की अहमियत को रेखांकित करती है। समय पर प्रतिक्रिया और प्रशिक्षित बलों की सतर्कता ने कई जानें और संपत्ति को सुरक्षित रखा।