द लोकतंत्र: एनसीपी विधायक जीशान सिद्दीकी को धमकी भरा ईमेल भेजने वाले आरोपी दिलशाद नौशाद को मुंबई पुलिस ने इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी त्रिनिदाद एंड टोबैगो से भारत लौटते ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
दिलशाद पर पहले से ही लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी था। वह भारत से फरार चल रहा था और इंटरपोल की मदद से उसकी खोज की जा रही थी। अप्रैल महीने में जीशान सिद्दीकी को एक धमकी भरा ईमेल मिला था, जिसमें दिलशाद ने खुद को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की डी-कंपनी से जुड़ा हुआ बताया।
ईमेल में 10 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी और धमकी दी गई थी कि यदि रकम नहीं दी गई तो जीशान का हाल उनके पिता की तरह किया जाएगा। गौरतलब है कि जीशान सिद्दीकी के पिता और वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की भी राजनीतिक रूप से बड़ी पहचान रही है।
इस धमकी को लेकर सियासी गलियारों में खलबली मच गई थी और मामला अत्यधिक संवेदनशील हो गया था। मुंबई पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर टीम, इंटरपोल और केंद्रीय एजेंसियों की मदद से जांच शुरू की।
कैसे पकड़ा गया आरोपी:
कई महीनों की जांच के बाद पुलिस ने दिलशाद की लोकेशन ट्रैक की। जब वह त्रिनिदाद एंड टोबैगो से भारत आने वाला था, तभी मुंबई एयरपोर्ट पर अलर्ट किया गया। एयरपोर्ट पर लैंड करते ही आरोपी को हिरासत में ले लिया गया और गिरफ्तार कर लिया गया।
फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है। पुलिस जानने की कोशिश कर रही है कि धमकी के पीछे क्या मकसद था, और क्या उसका सच में डी-कंपनी से कोई कनेक्शन है या उसने नाम का दुरुपयोग किया।
मुंबई पुलिस का कहना है कि यह केवल व्यक्तिगत रंगदारी का मामला हो सकता है, लेकिन जब तक पूरी जांच नहीं हो जाती, किसी भी संभावना को नकारा नहीं जा सकता।
मुंबई पुलिस अब उसके मोबाइल और ईमेल खातों की भी जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं यह कोई संगठित साजिश का हिस्सा तो नहीं।