द लोकतंत्र/ नेशनल डेस्क : तमिलनाडु के करूर में आयोजित (Karur) में अभिनेता से नेता बने विजय (Actor Vijay) की करूर रैली के दौरान बड़ा हादसा हो गया। भारी भीड़ के बीच भगदड़ मचने से 3 बच्चों समेत 10 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब विजय मंच से संबोधित कर रहे थे। घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया और मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन (MK Stalin) ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश जारी किए।
विजय की रैली में जुटी थी हजारों की भीड़
करूर में विजय की रैली में हजारों की भीड़ जुटी थी। इसी दौरान भीड़ इतनी बढ़ गई कि कई लोग दबाव में आकर गिर पड़े और बेहोश हो गए। स्थिति बिगड़ते देख विजय को अपना संबोधन रोकना पड़ा। उन्होंने मंच से लोगों से शांति बनाए रखने और एंबुलेंस के लिए रास्ता खाली करने की अपील की। बताया जा रहा है कि बच्चों और महिलाओं को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
हादसे के बाद स्थिति को संभालने के लिए डीएमके मंत्री सेंथिल बालाजी और करूर के जिला कलेक्टर तुरंत अस्पताल पहुंचे और घायलों से मुलाकात की। मेडिकल टीमों को मौके पर भेजा गया और भीड़ में पानी की बोतलें बांटी गईं ताकि लोग अस्वस्थ महसूस न करें।
सीएम स्टालिन का बयान
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस हादसे पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने एक्स (X) पर लिखा, करूर से आ रही खबर चिंताजनक है। मैंने मंत्री @V_Senthilbalaji, स्वास्थ्य मंत्री @Subramanian_Ma और जिला कलेक्टर को निर्देश दिया है कि वे घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा दें। मैंने पड़ोसी तिरुचिरापल्ली के मंत्री @Anbil_Mahesh को भी मदद के लिए भेजा है। एडीजीपी को स्थिति नियंत्रण में लाने का आदेश दिया गया है। स्टालिन ने लोगों से डॉक्टरों और पुलिस के साथ सहयोग करने की अपील की।
बच्ची लापता, विजय ने की अपील
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, भगदड़ के बीच एक 9 साल की बच्ची लापता हो गई। इस पर विजय ने पुलिस से मदद मांगी और अपने समर्थकों से अपील की कि वे बच्ची को खोजने में सहयोग करें।
हादसे से पहले विजय ने अपने भाषण में डीएमके सरकार पर अप्रत्यक्ष हमला बोला। उन्होंने कहा कि करूर में हवाई अड्डा बनाने का वादा किया गया था, लेकिन बाद में इसे केंद्र सरकार पर टाल दिया गया। विजय ने यह भी दावा किया कि तमिलनाडु की राजनीति अगले छह महीनों में बदल जाएगी और सत्ता परिवर्तन होगा।
2026 चुनावों से पहले बढ़ी राजनीतिक हलचल
यह रैली विजय के राज्यव्यापी अभियान का हिस्सा थी, जो 2026 के विधानसभा चुनावों की तैयारी मानी जा रही है। करूर हादसे ने जहां विजय की रैली को दुखद मोड़ दिया, वहीं राज्य की राजनीति में नई हलचल भी पैदा कर दी है।
इस हादसे ने न केवल करूर बल्कि पूरे तमिलनाडु में चिंता की लहर पैदा कर दी है। सवाल यह है कि क्या इस तरह की भीड़ प्रबंधन की चूक आने वाले समय में राजनीतिक अभियानों की विश्वसनीयता पर असर डालेगी।