द लोकतंत्र : शुक्रवार 02 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 50655 करोड़ रुपये की लागत से 936 किलोमीटर लंबी 8 हाई स्पीड रोड कॉरिडोर परियोजनाओं को मंजूरी मिली है। इनकी कुल लागत 50,655 करोड़ रुपये है। देश की इकोनॉमी को गति देने और लॉजिस्टिक क्षमता तथा संपर्क सुविधा बढ़ाने के लिए इन परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना से न सिर्फ लोगों के समय के बचत होगी बल्कि कई शहरों की दूरी भी घट जाएगी। इन नए कॉरिडोर से आगरा-ग्वालियर, कानपुर-लखनऊ, खड़गपुर-मोरेग्राम, रायपुर-रांची, अहमदाबाद, पुणे, नाशिक, अयोध्या और गुवाहाटी को फायदा पहुंचेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स ने इन 8 कॉरिडोर को बनाने की मंजूरी शुक्रवार को दी। सरकार का दावा है ये कि यह हाई स्पीड रोड कॉरिडोर प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार भी पैदा करेंगे। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैबिनेट के फैसलों की जानकारी दी।
भारत के बुनियादी ढांचे में परिवर्तनकारी बढ़ावा
कैबिनेट के फैसले का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर कहा, भारत के बुनियादी ढांचे में परिवर्तनकारी बढ़ावा! नेशनल हाई-स्पीड रोड कॉरिडोर परियोजनाओं को कैबिनेट की मंजूरी से हमारे आर्थिक विकास पर कई गुना प्रभाव पड़ेगा साथ ही रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा।
किन परियोजनाओं पर होगा काम?
आधिकारिक बयान के मुताबिक, 88 किलोमीटर लंबे आगरा-ग्वालियर राष्ट्रीय हाई-स्पीड गलियारे को 4,613 करोड़ रुपये की कुल लागत से छह लेन गलियारे के रूप में ‘बनाओ-चलाओ-सौंपो’ (बीओटी) मॉडल पर विकसित किया जाएगा। खड़गपुर-मोरग्राम राष्ट्रीय हाई-स्पीड गलियारे को 10,247 करोड़ रुपये की कुल लागत से विकसित किया जाएगा।
थराद-डीसा-मेहसाणा-अहमदाबाद राष्ट्रीय हाई-स्पीड गलियारे को 10,534 करोड़ रुपये की कुल लागत से विकसित किया जाएगा। अयोध्या रिंग रोड को कुल 3,935 करोड़ रुपये की पूंजी लागत से विकसित किया जाएगा जबकि रायपुर-रांची राष्ट्रीय हाई-स्पीड गलियारे की कुल लागत 4,473 करोड़ रुपये होगी। कानपुर रिंग रोड को 3,298 करोड़ रुपये की कुल पूंजी लागत से विकसित किया जाएगा।
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121 किलोमीटर लंबे उत्तरी गुवाहाटी बाईपास और मौजूदा गुवाहाटी बाईपास के चौड़ीकरण/सुधार का काम तीन खंडों में 5,729 करोड़ रुपये की कुल पूंजी लागत से बीओटी मॉडल पर किया जाएगा। परियोजना के तहत ब्रह्मपुत्र नदी पर एक प्रमुख पुल का भी निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा पुणे के पास 30 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड नासिक फाटा-खेड़ गलियारा का निर्माण बीओटी मॉडल पर 7,827 करोड़ रुपये की कुल लागत से किया जाएगा।
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