द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के बीच एक ऐतिहासिक और सुरक्षा के लिहाज़ से अहम फैसला लिया गया है। अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में पहली बार एयर डिफेंस गन तैनात की गई है। यह कदम तब उठाया गया जब यह सामने आया कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ड्रोन और मिसाइलों के जरिए स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाने की साजिश रची थी। हालांकि भारत के सशक्त एयर डिफेंस सिस्टम ने उस समय पाक की इस कुत्सित कोशिश को नाकाम कर दिया।
इस खतरे को देखते हुए, स्वर्ण मंदिर के मुख्य ग्रंथि ने पहली बार सेना को मंदिर परिसर में हथियार तैनात करने की इजाजत दी है। यह फैसला बेहद असामान्य और संवेदनशील है क्योंकि अब तक स्वर्ण मंदिर की पवित्रता और तटस्थता को देखते हुए सैन्य तैनाती से परहेज़ किया जाता था।
एयर डिफेंस गन की अनुमति देना सुरक्षा की दृष्टि से एक साहसिक और दूरदर्शी फैसला
भारतीय सेना के डिफेंस कमांड के डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान डीकुन्हा ने एक इंटरव्यू में इस बात की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि, यह पहली बार हुआ है जब स्वर्ण मंदिर की लाइट्स कुछ समय के लिए बंद की गईं, ताकि ड्रोन मूवमेंट का पता लगाया जा सके। मुख्य ग्रंथि द्वारा एयर डिफेंस गन की अनुमति देना सुरक्षा की दृष्टि से एक साहसिक और दूरदर्शी फैसला है।
डी’कुन्हा ने कहा कि पाकिस्तान ने चार दिनों में पश्चिमी सीमा पर लगभग 800 से 1,000 ड्रोन से हमला किया था। लेकिन, सेना, नौसेना और वायु सेना के समन्वित प्रयासों से उसके हमले को विफल कर दिया गया। हथियार ले जाने वाले सभी ड्रोन को सफलतापूर्वक रोक दिया गया, जिससे किसी भी नागरिक को हताहत होने से बचाया जा सका। ड्रोन और मिसाइल हमलों से बचाव के लिए तीनों सेनाओं ने मिलकर काम किया।
भारत की मजबूत सुरक्षा प्रणाली ने हर बार दुश्मन की चाल को किया विफल
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद 6-7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। इस जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बौखला गया और उसने भारत के धार्मिक स्थलों और सामान्य नागरिक इलाकों को निशाना बनाने की कोशिश की। लेकिन भारत की मजबूत सुरक्षा प्रणाली ने हर बार दुश्मन की चाल को विफल किया।
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भारतीय सेना के डिफेंस कमांड के डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान डी’कुन्हा ने पाकिस्तान को लेकर एक साफ और कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के पास इतनी सामरिक क्षमता है कि वह पाकिस्तान के किसी भी हिस्से में किसी भी लक्ष्य को सटीकता से निशाना बना सकता है। डी’कुन्हा ने कहा, पूरा पाकिस्तान हमारी रेंज में है। चाहे वे अपना सैन्य मुख्यालय रावलपिंडी से खैबर पख्तूनख्वा जैसे किसी कोने में क्यों न ले जाएं, अगर बचना है तो उन्हें ज़मीन में बहुत गहरा गड्ढा खोजना पड़ेगा।