द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के बरेली में हुए ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद और उसके बाद फैली हिंसा पर बड़ा बयान दिया है। आजमी ने पुलिस की कार्रवाई को बर्बर और अन्यायपूर्ण बताया और आरोप लगाया कि यूपी में ‘गुंडा राज’ और ‘माफिया राज’ कायम हो चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संविधान की कोई कद्र नहीं रह गई है और पुलिस को इतनी ताक़त दे दी गई है कि वह किसी के भी हाथ-पैर तोड़ सकती है और जिसे चाहे जेल में डाल सकती है।
‘आई लव मोहम्मद’ विवाद की जड़
अबू आजमी ने कहा कि यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर कुछ लोगों ने ‘आई लव मोहम्मद’ लिखा। उन्होंने बताया कि हर धर्म के लोग अपने त्योहारों पर अपने-अपने भगवान, देवी-देवताओं और पैगम्बर का सम्मान व्यक्त करते हैं। हिंदू अपने देवताओं का नाम लिखते हैं, तो मुसलमानों ने भी अपने पैग़म्बर मोहम्मद साहब का नाम लिख दिया। इसे विवाद का रूप देना और फिर हिंसा तक ले जाना पूरी तरह से गलत है।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
आजमी ने एएनआई से बातचीत में कहा कि इस मामले में पुलिस ने जिस तरह से लाठीचार्ज किया, वह पूरी तरह से बर्बर और अन्यायपूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि 25 लोगों पर एफआईआर दर्ज करना और उन्हें अपराधी की तरह पेश करना लोकतंत्र और कानून व्यवस्था का मजाक उड़ाने जैसा है।
आजमी का कहना है कि अगर पुलिस को कुछ गैरकानूनी लगा भी, तो उसे पहले नोटिस जारी कर बुलाना चाहिए था और बातचीत कर मामला दर्ज करना चाहिए था। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि पुलिस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
हिंदू-मुसलमानों को बांटने की राजनीति
सपा नेता अबू आसिम आजमी ने सत्ताधारी दल पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पूरा विवाद योजनाबद्ध तरीके से खड़ा किया गया है। उनका कहना है कि कुछ लोग हिंदुओं और मुसलमानों को बांटने का काम कर रहे हैं और इसी विभाजनकारी राजनीति से देश को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में एक मंत्री महाआरती कर राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं, जबकि पुलिस का काम सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखना होना चाहिए।
अबू आसिम आजमी ने कहा कि मौजूदा सत्ता पक्ष को सिर्फ़ चुनाव जीतने की चिंता है। उन्हें जनता की परेशानियों, शांति या देश की एकता से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष नफ़रत का संदेश फैलाकर पूरे देश का माहौल खराब कर रहा है। आजमी ने साफ कहा कि यह सब चुनाव जीतने की रणनीति है और इसके चलते समाज में नफ़रत का जहर घोला जा रहा है।