द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र की समाप्ति के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी तेज कर दी है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने चुनावी राज्यों में सीधा जनसंपर्क और संगठनात्मक मजबूती के लिए व्यापक दौरा कार्यक्रम तय किया है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के नव नियुक्त राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन एक साथ लेकिन अलग-अलग क्षेत्रों से चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं। यह दौरे ऐसे समय पर हो रहे हैं, जब अगले वर्ष पूर्वी और दक्षिण भारत के कई राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार, 20 दिसंबर 2025 से दो दिवसीय पूर्वी भारत दौरे पर रवाना होंगे, जबकि नितिन नबीन उसी दिन दक्षिण भारत की ओर रुख करेंगे। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह दौरे बीजेपी की चुनावी रणनीति का संकेत हैं, जिसमें विकास परियोजनाओं और संगठनात्मक विस्तार को मुख्य आधार बनाया जा रहा है।
पश्चिम बंगाल को 3200 करोड़ की विकास सौगात देंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी अपने दौरे की शुरुआत पश्चिम बंगाल से करेंगे। नदिया जिले के रानाघाट में वह राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ी दो प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिनकी कुल लागत लगभग 3200 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं को राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिहाज से अहम माना जा रहा है। प्रधानमंत्री इस दौरान एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे, जहां विकास और केंद्र सरकार की नीतियों को प्रमुखता से रखा जाएगा। पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में यह दौरा राजनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
असम में इंफ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक विकास पर फोकस
पश्चिम बंगाल के कार्यक्रमों के बाद प्रधानमंत्री मोदी असम के लिए रवाना होंगे। यहां वह लोकप्रिय गोपीनाथ बरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे, जिससे राज्य की हवाई कनेक्टिविटी और यात्री सुविधाओं में बड़ा सुधार होगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री गुवाहाटी के बोरागांव स्थित शहीद स्मारक क्षेत्र में असम आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। दौरे के अंतिम चरण में वह असम वैली फर्टिलाइजर एंड केमिकल कंपनी लिमिटेड की अमोनिया-यूरिया परियोजना का भूमि पूजन करेंगे, जिसे राज्य के औद्योगिक और कृषि विकास से जोड़कर देखा जा रहा है।
दक्षिण भारत में संगठन को मजबूत करने निकलेंगे नितिन नबीन
बीजेपी के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन भी शनिवार से अपने पहले आधिकारिक दौरे पर निकलेंगे। वह चेन्नई होते हुए पुडुचेरी पहुंचेंगे, जहां केंद्रीय मंत्री और पुडुचेरी संगठन प्रभारी मनसुख मंडाविया भी उनके साथ मौजूद रहेंगे। नितिन नबीन पुडुचेरी में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा करेंगे। यह दौरा इसलिए भी अहम है क्योंकि दक्षिण भारत में बीजेपी संगठनात्मक विस्तार और राजनीतिक पकड़ मजबूत करने की कोशिशों में जुटी हुई है।
बीजेपी नेतृत्व पूरी तरह चुनावी मोड में
पार्टी सूत्रों के अनुसार, दिसंबर के अंत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु का दौरा करेंगे। संसद सत्र समाप्त होते ही बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेता चुनावी मोड में आ चुके हैं। आने वाले दिनों में पूर्वी और दक्षिण भारत के राज्यों में लगातार राजनीतिक गतिविधियां तेज होने की संभावना है। विकास परियोजनाओं के उद्घाटन, संगठनात्मक बैठकें और जनसभाओं के जरिए बीजेपी आगामी विधानसभा चुनावों के लिए जमीन मजबूत करने में जुट गई है।

