द लोकतंत्र/ लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य सरकारें अमेरिका द्वारा हाल ही में लगाए गए नए टैरिफ से व्यापारियों को हो रहे नुकसान की अनदेखी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर किसानों से उनकी जमीन जबरन छीनने का सिलसिला भी जारी है।
अखिलेश यादव ने प्रेसवार्ता में ग्रेटर नोएडा में आयोजित ‘यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो’ का उदाहरण देते हुए कहा, उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो का कार्यक्रम चल रहा है, लेकिन सरकार यह भूल गई है कि अमेरिका ने टैरिफ बढ़ा दिया है। इस टैरिफ के कारण कई कारोबारी प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन सरकार ने अभी तक उनके लिए कोई राहत योजना नहीं बनाई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य सरकार ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ का प्रचार तो कर रही है, लेकिन व्यापारियों की वास्तविक समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है।
सपा प्रमुख ने कहा कि सरकार ने नोएडा में पंचायतों से अधिकार छीन लिए हैं, जिससे ग्रामीण विकास के प्रयास बाधित हो रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि गाँव और शहर के विकास को जोड़ने के लिए अगर कोई बदलाव करना पड़े, तो समाजवादी पार्टी इसे जरूर करेगी। यादव ने यह भी कहा कि नोएडा में न केवल स्थानीय लोग, बल्कि विदेशी नागरिक भी व्यवसाय कर रहे हैं और इसी वजह से नोएडा विकास और खुशहाली की ओर बढ़ रहा है। लेकिन अगर किसानों के साथ अन्याय किया जाता है, तो यह विकास का सही रास्ता नहीं है।
किसानों के लिए सर्किल रेट बढ़ाने का वादा
अखिलेश यादव ने किसानों को भरोसा दिलाया कि सपा उनके पक्ष में खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘भविष्य में किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए हम सर्किल रेट बढ़ाकर उन्हें सही बाजार मूल्य दिलाएंगे।’’ यादव ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार कानून की अनदेखी कर किसानों पर दबाव डालती, झूठे मुकदमे दर्ज करती और जमीन जबरन हड़पती है।
वाराणसी और आंबेडकर नगर में प्रदूषण पर उठाया मुद्दा
अखिलेश यादव ने वाराणसी और आंबेडकर नगर में बढ़ रहे प्रदूषण का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि सीवेज और बायोमेडिकल ट्रीटमेंट प्लांट के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ रहा है। उन्होंने आधुनिक उपायों के जरिए प्रदूषण नियंत्रण और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि आने वाले समय में नोएडा से लखनऊ की यात्रा पांच से साढ़े पांच घंटे से अधिक नहीं होनी चाहिए। उनका यह बयान प्रदेश के विकास, किसानों की सुरक्षा और व्यापारिक वातावरण के सुधार को लेकर सपा की सक्रिय भूमिका को उजागर करता है।