द लोकतंत्र : मेडिकल के यूजी कोर्सेज में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली NEET परीक्षा का परिणाम जारी होने के बाद से ही ये विवादों में घिर गया है। इस साल 5 मई को लगभग 24 लाख अभ्यर्थियों ने नीट की परीक्षा दी थी, अब इस परीक्षा पर ही सवाल उठ रहे हैं। दरअसल, 04 जून, 2024 को नीट परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद से कई ऐसे सवाल खड़े हो गये हैं जो इस परीक्षा की शुचिता को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।
परीक्षाओं में एक जैसा ही घपला होना कोई संयोग नहीं हो सकता
अब इस मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की टिप्पणी भी आयी है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लिखा, पूरे देश में डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए प्रवेश परीक्षा के रूप में ली जानेवाली नीट (NEET) परीक्षा (पूर्व में CPMT/PMT के नाम से प्रचलित) के रिज़ल्ट में सैकड़ों अभ्यर्थियों के 100 फ़ीसदी नंबर आए हैं।
उन्होंने आगे लिखा, इनमें भी एक ही परीक्षा केंद्र से कई लोगों के एक साथ 100% नंबर आना, एक बड़ी धांधली की ओर संकेत करता है। भाजपा राज में परीक्षाएं अवैधानिक तरीके से प्रश्न पत्र लीक कराने, छद्म लोगों से पेपर दिलवाने, सेंटर की सेटिंग करवाने और रिज़ल्ट को मैनेज करने जैसे धंधे का रूप लेती जा रही हैं। अधिकतर परीक्षाओं में लगभग एक जैसा ही घपला होना कोई संयोग नहीं हो सकता।
क्या है मामला?
दरअसल, परीक्षा परिणाम के अनुसार टॉप रैंक पर आने वाले 67 बच्चों में छह बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने हरियाणा के एक ही परीक्षा केंद्र पर इम्तेहान दिया था। रिजल्ट आने के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी विवादों के घेरे में है। एजेंसी पर नतीजों में गड़बड़ी का आरोप लग रहा है। वहीं, NEET-UG 2024 के कुछ टॉपर्स के एक ही केंद्र से होने के आरोपों के जवाब में एनटीए सूत्रों का कहना है कि उन उम्मीदवारों के NEET-UG परिणाम को लेकर कुछ गलतफहमी रही है जिन्होंने 720/720 अंक हासिल किए हैं और वे एक ही केंद्र से हैं।
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साथ ही यह स्पष्ट किया कि हालांकि इस परीक्षा केंद्र के उम्मीदवारों को प्रतिपूरक अंक दिए गए थे, लेकिन ये विशिष्ट उम्मीदवार नॉर्मलाइजेशन के माध्यम से अपने अंकों के एडजस्टमेंट से पहले ही हाई स्कोरर थे। इसके अलावा, बोनस अंकों ने उनके अंकों को आर्टिफिशयल रूप से नहीं बढ़ाया, बल्कि एक स्टेस्टिक फॉर्मूले का उपयोग करके परीक्षा के समय के नुकसान पर नंबर दिए।
NEET UG Exam में गड़बड़ी की जाँच के लिए समिति गठित
NEET UG Exam में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर आज एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। यूपीएससी के पूर्व अध्यक्षों और शिक्षाविदों की समिति नीट में हुई गड़बड़ी की जांच करेगी। मामला केवल 6 केंद्रों और 1600 उम्मीदवारों तक सीमित है। 1563 उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क मिले, जिनमें से 790 क्वालीफाई हुए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि NEET परीक्षा में कथित गड़बड़ी केवल 6 सेंटर और 1600 उम्मीदवारों तक सीमित है। एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट की समीक्षा करने के लिए नई अपर लेवल कमेटी बनाई गई है। इस कमेटी में UPSC के पूर्व अध्यक्ष और शिक्षाविद शामिल हैं। कमेटी एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। उसके बाद परीक्षा के मामले में फैसला लिया जाएगा।