द लोकतंत्र: बिहार में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) की प्रक्रिया को लेकर राज्य से लेकर संसद तक सियासी घमासान मचा हुआ है। वोटर लिस्ट अपडेट की इस प्रक्रिया की अंतिम तिथि 25 जुलाई है, लेकिन अभी भी लगभग 15 लाख फॉर्म ऐसे हैं जो भरे जाने के बावजूद जमा नहीं किए गए हैं। चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, कुल 71 लाख वोटर ऐसे हैं जिनके नाम मतदाता सूची से हट सकते हैं।
दो दिन में न भरे फॉर्म तो कट सकते हैं नाम
अब सिर्फ दो दिन ही बचे हैं और जिन लोगों ने फॉर्म तो भर दिए हैं, लेकिन अभी तक उन्हें स्थानीय बीएलओ या चुनाव अधिकारियों को जमा नहीं कराया, उनका नाम लिस्ट से कट सकता है। चुनाव आयोग के मुताबिक 98.01% वोटर्स को कवर्ड किया जा चुका है, लेकिन जिनके फॉर्म अधूरे या जमा नहीं हुए हैं, वे खतरे में हैं।
संसद और विधानसभा में हंगामा
इस मुद्दे पर दिल्ली से लेकर पटना तक हंगामा मचा हुआ है। संसद के मानसून सत्र में विपक्षी सांसदों ने इसे “लोकतंत्र पर हमला” बताया है। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने ट्वीट कर कहा कि वे इस विषय को लोकसभा में उठाएंगे। वहीं, AAP सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में कार्य स्थगन नोटिस देकर बहस की मांग की है।
सहयोगी दलों में भी नाराज़गी
चौंकाने वाली बात ये है कि सत्ताधारी एनडीए के घटक दल जेडीयू के सांसद गिरिधारी यादव ने भी इस प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा, “SIR हम पर थोपा गया है। आयोग को न इतिहास की जानकारी है, न भूगोल की। मेरे बेटे का नाम अमेरिका में है, वो कैसे एक महीने में दस्तावेज भरकर साइन करेगा?”
बिहार विधानसभा में तीखी बहस
बिहार विधानसभा में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच इस मुद्दे पर तीखी बहस देखी गई। विपक्ष का आरोप है कि ये प्रक्रिया जल्दबाजी में और बिना तैयारी के लागू की गई है, जिससे लाखों वोटर अपने मताधिकार से वंचित हो सकते हैं।
कौन-कौन खतरे में?
- 20 लाख वोटर्स: मृत्यु के कारण हटाए जा सकते हैं
- 28 लाख वोटर्स: स्थायी रूप से विस्थापित
- 7 लाख वोटर्स: दो जगह नामांकन
- 15 लाख वोटर्स: फॉर्म नहीं जमा
- 1 लाख वोटर्स: ‘लापता’ घोषित
चुनाव आयोग का स्पष्टीकरण
चुनाव आयोग ने सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट्स (BLA) के साथ संदिग्ध वोटर्स की सूची साझा कर दी है। साथ ही अपील की गई है कि समय रहते फॉर्म जमा करें, ताकि वोटर लिस्ट से नाम न कटे।
अगर आपने अभी तक SIR फॉर्म जमा नहीं कराया है तो अब भी समय है। अगले दो दिन बेहद अहम हैं। वर्ना बड़ी संख्या में वोटर्स का नाम मतदाता सूची से हट सकता है, जिससे मताधिकार से वंचित होना पड़ेगा।