द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में नई दिल्ली स्थित संसद भवन परिसर में भाजपा सांसदों की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य सांसदों को चुनाव प्रक्रिया से अवगत कराना और उनकी कार्यकुशलता बढ़ाने पर चर्चा करना था।
कार्यशाला में पीएम मोदी का सादगी भरा अंदाज
कार्यशाला का सबसे चर्चित पल वह रहा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम कार्यकर्ता की तरह अंतिम पंक्ति में बैठते दिखाई दिए। गोरखपुर से भाजपा सांसद और फिल्म अभिनेता रवि किशन ने पीएम मोदी की यह तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ पर साझा की। उन्होंने लिखा, एनडीए सांसदों की कार्यशाला में आखिरी पंक्ति में बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यही है भाजपा की असली शक्ति। यहां हर कोई पहले कार्यकर्ता है, संगठन में सब बराबर हैं।
बता दें, पीएम मोदी की इस तस्वीर ने तेजी से सोशल मीडिया पर ध्यान खींचा और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का विषय बन गई। यह दृश्य प्रधानमंत्री की सादगी और पार्टी में समानता की भावना का प्रतीक माना गया।
दो दिनों तक चलने वाली इस कार्यशाला में कई सत्रों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें भाजपा के इतिहास, संगठन की यात्रा और विचारधारा पर विस्तृत चर्चा हो रही है। साथ ही, सांसदों को अपनी कार्यशैली और कार्यकुशलता को और बेहतर बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विशेषज्ञों और वरिष्ठ नेताओं ने सांसदों को यह सुझाव दिया कि वे अपने संसदीय कार्यों के साथ-साथ जनता से सीधा संवाद बनाए रखें। जनता की समस्याओं के समाधान में सक्रिय भूमिका निभाना ही सांसदों की असली पहचान है।
उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां
भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले अपनी रणनीति को मजबूत करने में लगे हैं। कार्यशाला में सांसदों को मतदान प्रक्रिया, रणनीतिक बिंदुओं और चुनावी प्रबंधन की जानकारी दी गई। माना जा रहा है कि पार्टी चाहती है कि चुनाव में एनडीए के सभी सांसद एकजुट होकर वोट करें ताकि उपराष्ट्रपति पद की लड़ाई में पार्टी की स्थिति और मजबूत हो।
इस बीच, उपराष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर होने वाला एनडीए सांसदों का प्रस्तावित रात्रिभोज रद्द कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, यह रात्रिभोज 8 सितंबर को आयोजित होना था। लेकिन पंजाब, हरियाणा, गुजरात और दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी को न केवल समीक्षा बैठक करनी थी बल्कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा भी करना था, जिस कारण यह रात्रिभोज टल गया।
इससे पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा सांसदों के लिए आयोजित रात्रिभोज भी स्थगित किया जा चुका था। लगातार हो रही बाढ़ की तबाही और जनता की परेशानी को देखते हुए भाजपा नेतृत्व ने यह निर्णय लिया। भाजपा की इस बैठक और रात्रिभोज रद्द करने से यह स्पष्ट संदेश गया कि पार्टी जनता की समस्याओं को प्राथमिकता देती है। प्रधानमंत्री मोदी का यह निर्णय राजनीतिक रूप से भी अहम माना जा रहा है। जहां एक ओर पार्टी संगठन और चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप दे रही है, वहीं दूसरी ओर जनता की तकलीफों पर गंभीरता से ध्यान दे रही है।