द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : देश की अग्रणी डिजिटल पेमेंट और फिनटेक कंपनी Paytm एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार वजह है कंपनी में चीन की बड़ी हिस्सेदार Ant Group की पूरी हिस्सेदारी बेचने की खबर। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की यह कंपनी 5 अगस्त को एक ब्लॉक डील के जरिए अपनी शेष 5.84% हिस्सेदारी बेचने जा रही है। इस डील की अनुमानित कीमत लगभग 3803 करोड़ रुपये यानी करीब 38 अरब रुपये बताई जा रही है।
गौरतलब है कि Antfin (Netherlands) Holding B.V. अलीबाबा ग्रुप की सहयोगी कंपनी है, जिसे पहले Ant Financial के नाम से जाना जाता था। यह लंबे समय से One97 Communications (Paytm की पैरेंट कंपनी) में एक प्रमुख निवेशक रहा है। लेकिन अब यह फिनटेक सेक्टर से धीरे-धीरे कदम पीछे खींच रहा है, और Paytm से पूरी तरह बाहर निकलने की तैयारी में है।
Ant Group की हिस्सेदारी बेचने की टाइमलाइन
पिछले दो वर्षों में Ant Group ने लगातार Paytm में अपनी हिस्सेदारी कम की है। मई 2023 में इसने लगभग 4% हिस्सेदारी बेची थी, और फिर अगस्त 2023 में 10.3% हिस्सेदारी से एग्जिट किया। अब 5 अगस्त 2025 को कंपनी अपनी अंतिम 5.84% हिस्सेदारी भी बेचने जा रही है, जो लगभग 3.77 करोड़ इक्विटी शेयरों के बराबर है। यह ब्लॉक डील भारत के शेयर बाजार में एक अहम गतिविधि मानी जा रही है।
इस डील को Goldman Sachs India Securities और Citi Group Markets India लीड करेंगे। हालांकि इस पूरे मामले पर अब तक न तो Ant Group और न ही One97 Communications की ओर से कोई आधिकारिक बयान आया है।
विदेशी निवेशकों की Paytm से दूरी
Ant Group ही नहीं, पिछले दो सालों में अन्य कई बड़े वैश्विक निवेशकों ने भी Paytm से दूरी बनाई है। इनमें जापान की SoftBank Group और अमेरिका के अरबपति निवेशक Warren Buffett की कंपनी Berkshire Hathaway शामिल हैं। निवेशकों के इस एग्जिट ट्रेंड को Paytm के भविष्य और रणनीति के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
शेयर मार्केट में Paytm का प्रदर्शन
इन सभी घटनाओं के बीच, Paytm के शेयरों में पिछले कुछ समय में लगातार सुधार देखने को मिला है। बीते एक महीने में कंपनी के शेयर में 16.01% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सोमवार को शेयर में 0.33% की हल्की तेजी आई। वहीं, बीते एक साल में Paytm ने अपने निवेशकों को जबरदस्त 116.24% का रिटर्न दिया है।
इस सकारात्मक प्रदर्शन के बावजूद, विदेशी निवेशकों का इस तरह कंपनी से बाहर निकलना एक संकेतक है कि वे मौजूदा नियामकीय माहौल और मार्केट रणनीति को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं।
क्या है इसका असर?
Ant Group की यह एग्जिट डील भारत के डिजिटल फिनटेक इकोसिस्टम के लिए कई मायनों में अहम है। एक ओर जहां यह डिजिटल आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ा कदम माना जा सकता है, वहीं दूसरी ओर यह विदेशी निवेश के घटते विश्वास का संकेत भी हो सकता है।
Paytm, जो भारत के सबसे चर्चित डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म में से एक है, अब Ant Group जैसे वैश्विक निवेशक के बिना कैसे आगे बढ़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। हालांकि, कंपनी का बाजार प्रदर्शन यह संकेत देता है कि उसने अपने आप को एक मजबूत ब्रांड के रूप में स्थापित किया है।