द लोकतंत्र/ छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की जीरो टॉलरेंस और परिणाम आधारित कार्यशैली अब प्रशासनिक स्तर पर नजर आने लगी है। हाल ही में महासमुंद जिले की बोर्ड परीक्षाओं में खराब प्रदर्शन के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी एम.आर. सावंत का तबादला कर दिया है।
विभाग द्वारा शनिवार को जारी आदेश में एम.आर. सावंत को उनके वर्तमान पद से हटाकर जगदलपुर स्थित संभागीय संयुक्त संचालक, शिक्षा विभाग कार्यालय में सहायक संचालक पद पर भेजा गया है। उनकी जगह नवागढ़ (जांजगीर-चांपा) के विकासखंड शिक्षा अधिकारी पद पर कार्यरत प्राचार्य विजय कुमार लहरे को महासमुंद का नया प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी नियुक्त किया गया है। वहीं, भूपेंद्र कुमार कौशिक को नवागढ़ का नया विकासखंड शिक्षा अधिकारी बनाया गया है।
लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी
यह प्रशासनिक फेरबदल उस समीक्षा बैठक के बाद सामने आया है, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने महासमुंद जिले की परीक्षा परिणामों पर गहरी नाराजगी जताई थी। उन्होंने सुशासन तिहार के तहत आयोजित समीक्षा बैठक में कहा था कि राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता से किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा और लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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सरकार की इस त्वरित और स्पष्ट कार्रवाई से यह संकेत गया है कि छत्तीसगढ़ में अब जवाबदेही तय की जाएगी और प्रदर्शन के आधार पर ही अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होगी। शिक्षा विभाग की यह पहल राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।