द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने ‘आई लव मोहम्मद विवाद’ और उसके बाद प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुए उग्र प्रदर्शनों पर सख्त रुख अपनाया है। कानपुर, उन्नाव, मुरादाबाद, बरेली, मऊ और अन्य जिलों में मुस्लिम समुदाय के उग्र विरोध, भड़काऊ नारेबाजी और अराजकता फैलाने की घटनाओं पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि ‘एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए।’ उन्होंने कहा कि दशहरा बुराई और आतंक के दहन का पर्व है, और यह कार्रवाई करने का सही समय है।
माहौल खराब करने की कोशिश किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं
शुक्रवार देर रात हुई कानून-व्यवस्था समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि ये उग्र प्रदर्शन और नारेबाजी प्रदेश का माहौल खराब करने की सुनियोजित साजिश है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिया कि सभी मामलों में तत्काल एफआईआर (FIR) दर्ज की जाए और आयोजकों व मास्टरमाइंड की पहचान कर उनकी संपत्ति तक की जांच हो। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि जुलूस और प्रदर्शनों के नाम पर अराजकता फैलाने वालों को सरकार कुचल देगी।
योगी आदित्यनाथ ने मेरठ और संभल में एसिड अटैक, छेड़खानी और चेन लूट जैसी घटनाओं पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने स्पष्ट किया कि थाने से लेकर पीआरवी तक हर स्तर पर जिम्मेदारी तय की जाएगी। त्योहारों के दौरान बहरूपियों की घुसपैठ रोकने और महिला सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे मिशन शक्ति 5.0 की प्रगति पर संतोष जताते हुए उन्होंने महिला अपराधों में त्वरित कार्रवाई और दोषियों को सजा दिलाने के लिए प्रभावी पैरवी पर जोर दिया।
योगी का निर्देश, अफवाह फैलाने वालों को लेकर सख़्ती दिखाए प्रशासन
मुख्यमंत्री ने अफवाह फैलाने वालों को लेकर भी सख्ती दिखाई। सिद्धार्थनगर, महराजगंज, बस्ती और प्रयागराज जैसे जिलों में ड्रोन से रेकी और चोरी की अफवाहों पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों की गिरफ्तारी की जाए और पुलिस गश्त को और सक्रिय बनाया जाए। इंटरनेट मीडिया पर लगातार मॉनिटरिंग कर भ्रामक सूचनाओं को रोकने का निर्देश भी दिया गया।
योगी आदित्यनाथ ने गो-तस्करी (Cow Smuggling) के मामलों में कठोर कार्रवाई करने को कहा और निर्देश दिया कि एसपी औचक निरीक्षण कर सुनिश्चित करें कि बूचड़खाने मानक के अनुरूप ही चलें। इसके साथ ही त्योहारों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए। प्रतिमाएं निर्धारित सीमा से अधिक ऊंची न हों, नदियों में जलस्तर अधिक होने पर वैकल्पिक विसर्जन व्यवस्था हो, दुर्गा पूजा समितियों से संवाद कायम रखा जाए और रावण दहन कार्यक्रम सुरक्षा मानकों के अनुरूप संपन्न हों।
मुख्यमंत्री ने एक बार फिर दोहराया कि अपराधियों और उपद्रवियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति (Zero Tolerance Policy) पर कड़ाई से अमल होगा और प्रदेश की जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।