द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान के हालिया बयान के बहाने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। दरअसल, एक बयान में CDS ने कहा था कि ‘महत्वपूर्ण ये नहीं है कि विमान गिराए गए, बल्कि ये है कि वे क्यों गिरे?’ इस टिप्पणी को कांग्रेस ने राफेल लड़ाकू विमान से जुड़ी स्वीकारोक्ति मानते हुए केंद्र सरकार से पारदर्शिता की मांग की है। पार्टी का कहना है कि जब अब सेना प्रमुख स्तर का अधिकारी खुद विमान गिरने की बात मान चुका है, तो सरकार को इससे इनकार करना बंद कर देना चाहिए।
बता दें, तेलंगाना सरकार में मंत्री और पूर्व वायुसेना पायलट कांग्रेस नेता उत्तम कुमार रेड्डी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि CDS के बयान से राफेल विमान की दुर्घटना की पुष्टि होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब कांग्रेस ने इसी मुद्दे को पहले उठाया था तो उसे राष्ट्रविरोधी करार दिया गया था, लेकिन अब सेना प्रमुख के इस बयान के बाद सरकार को जवाबदेह बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पर हमला बोलने वाले अब CDS अनिल चौहान के बयान पर क्या कहेंगे?
हमारी वायुसेना पर हमें गर्व लेकिन…
कांग्रेस ने केंद्र से मांग की है कि वह राफेल से जुड़े मुद्दों की तकनीकी समीक्षा के लिए एक स्वतंत्र समिति का गठन करे। पार्टी का कहना है कि विमानों की दुर्घटनाओं को लेकर पारदर्शिता जरूरी है क्योंकि इससे सच्चाई सामने आएगी और भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सकेगा। कांग्रेस ने यह भी कहा कि भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह द्वारा फाइटर जेट्स की डिलीवरी में हो रही देरी को लेकर दिया गया बयान भी चिंता पैदा करता है, और इसपर सरकार को त्वरित कदम उठाने चाहिए।
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उत्तम रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस किसी तरह की राजनीति नहीं कर रही, बल्कि यह राष्ट्रहित में एक ज़रूरी सवाल है। उन्होंने कहा, हमारी वायुसेना पर हमें गर्व है। हमने पाकिस्तान के एयरबेस को नष्ट किया, लेकिन जो नुकसान हमारा हुआ, उसे भी देश के सामने लाना चाहिए। इससे सेनाओं का मनोबल नहीं गिरेगा बल्कि देश की जनता को वास्तविकता की जानकारी मिलेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि गांधी परिवार ने देश के लिए बलिदान दिया है, इसलिए कांग्रेस की नीयत पर सवाल उठाना अनुचित है। उनका कहना था कि अगर सरकार पारदर्शिता से काम नहीं लेती तो यह देश की सुरक्षा नीति पर बड़ा प्रश्नचिन्ह है। कांग्रेस का रुख स्पष्ट है, राफेल दुर्घटनाओं की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच आवश्यक है।