National

दिल्ली चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद “शीशमहल” विवाद पर गरमाई सियासत

CM AAWAS (PTI)

द लोकतंत्र: दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद मुख्यमंत्री आवास को “शीशमहल” कहे जाने को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। इस मुद्दे पर बीजेपी और आम आदमी पार्टी (AAP) आमने-सामने हैं। आप नेताओं संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज को सीएम आवास के बाहर बैरिकेडिंग कर रोक दिया गया। इसके बाद आप नेताओं ने विरोध दर्ज कराते हुए धरना शुरू कर दिया।

सीएम आवास के बाहर रोके जाने के बाद संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज पीएम आवास की ओर बढ़ गए। हालांकि, पीएम आवास पहुंचने से पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान आप नेताओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली।

संजय सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “हमें रोके जाने का मतलब है कि पीएम आवास में 12-12 करोड़ की गाड़ियां, 5,000 सूट, 200 करोड़ के झूमर, लाखों के पेन और करोड़ों की कालीनें हैं।”

दूसरी ओर, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सीएम आतिशी के बंगले के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि, “आतिशी के पास दो बंगले हैं। वह और कितने बंगले चाहती हैं?” सचदेवा ने आतिशी को “बंगलेवाली देवी” कहकर तंज कसा।

इस बीच, दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मीडिया के जरिये बीजेपी को चुनौती दी। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री आवास सरकारी पैसे से बने हैं। तो क्यों न मीडिया के जरिए दोनों भवनों के दर्शन करवा दिए जाएं? बीजेपी का दावा है कि मुख्यमंत्री आवास में स्विमिंग पूल, शराब का बार और सोने का शौचालय बना हुआ है। चलिए, इसे ढूंढ़ा जाए।

केंद्र सरकार और बीजेपी को खुश होना चाहिए कि हम अपनी पोल खुद खोलने जा रहे हैं। लेकिन अब बीजेपी क्यों घबरा रही है? शायद इसलिए कि इसके बाद उन्हें प्रधानमंत्री आवास भी दिखाना पड़ेगा।”

चुनाव की तारीखों का ऐलान

दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Election 2025) की तारीखों का ऐलान हो गया है। राजधानी की 70 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान होगा। वोटिंग 5 फरवरी को होगी और 8 फरवरी को काउंटिंग होगी।

गौरतलब है कि पिछली बार, 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी को आठ सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस अपना खाता खोलने में नाकाम रही थी।

Team The Loktantra

Team The Loktantra

About Author

लोकतंत्र की मूल भावना के अनुरूप यह ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां स्वतंत्र विचारों की प्रधानता होगी। द लोकतंत्र के लिए 'पत्रकारिता' शब्द का मतलब बिलकुल अलग है। हम इसे 'प्रोफेशन' के तौर पर नहीं देखते बल्कि हमारे लिए यह समाज के प्रति जिम्मेदारी और जवाबदेही से पूर्ण एक 'आंदोलन' है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may also like

Sanjay Singh AAP
National

राज्यसभा सांसद संजय सिंह क्यों हुए निलंबित, क्या है निलंबन के नियम

द लोकतंत्र : आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को सोमवार को उच्च सदन (राज्यसभा) में हंगामा और
HSBC
National

HSBC की रिपोर्ट में महंगाई का संकेत, 5 फीसदी महंगाई दर रहने का अनुमान

द लोकतंत्र : HSBC की रिपोर्ट में महंगाई के संकेत मिले हैं। एचएसबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि गेहूं