द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या अब भी बनी हुई है। बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और बच्चों व बुजुर्गों में स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बड़ा बयान देते हुए राजधानीवासियों से माफी मांगी है और कहा है कि किसी भी सरकार के लिए सिर्फ नौ-दस महीनों में प्रदूषण को पूरी तरह खत्म कर देना संभव नहीं है।
मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि मौजूदा सरकार हर महीने औसत AQI में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, मैं दिल्ली के लोगों से माफी मांगते हुए कहना चाहता हूं कि 9–10 महीनों में कोई भी सरकार पूरे प्रदूषण को खत्म नहीं कर सकती। यह एक लंबी प्रक्रिया है। लेकिन हम यह जरूर कहना चाहते हैं कि पिछली सरकारों की तुलना में हमने हालात को बेहतर किया है।
AAP और कांग्रेस पर सीधा आरोप
पर्यावरण मंत्री ने प्रदूषण के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यह समस्या अचानक पैदा नहीं हुई है, बल्कि वर्षों की लापरवाही का नतीजा है। उन्होंने कहा, यह 10–12 साल की आम आदमी पार्टी और उससे पहले 15 साल तक रही कांग्रेस सरकार की बीमारी है। दिल्ली को जो प्रदूषण विरासत में मिला है, उसे ठीक करने में समय लगेगा।
मनजिंदर सिंह सिरसा ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के बयानों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब पिछले वर्षों में प्रदूषण इससे भी ज्यादा था, तब विपक्षी नेता कहां थे। आज मास्क की बातें की जा रही हैं, लेकिन पिछले साल जब AQI इससे ज्यादा खराब था, तब ये लोग नजर नहीं आए। उस समय प्रदूषण पर चुप्पी क्यों थी?
स्वास्थ्य पर पड़ रहा असर, सरकार के प्रयास जारी
मंत्री ने स्वीकार किया कि दिल्ली में प्रदूषण से लोगों की सेहत को गंभीर नुकसान हो रहा है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों पर इसका असर ज्यादा है। उन्होंने कहा, बिल्कुल दिल्ली में प्रदूषण है और यह एक सच्चाई है कि इससे स्वास्थ्य को नुकसान हो रहा है। लेकिन यह समस्या हमें विरासत में मिली है। हम इसे ठीक करने के लिए रोज डॉक्टर की तरह इलाज कर रहे हैं।
उन्होंने दावा किया कि मौजूदा सरकार ईमानदारी से प्रदूषण नियंत्रण के लिए काम कर रही है और हर महीने स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रही है। उनका कहना है कि अगर इसी तरह लगातार कदम उठाए गए, तो आने वाले समय में दिल्लीवासियों को साफ हवा मिलना संभव होगा।
AQI में दिखा मामूली सुधार
इस बीच मंगलवार (16 दिसंबर) को राजधानी की वायु गुणवत्ता में हल्का सुधार दर्ज किया गया। जहां एक दिन पहले दिल्ली का AQI 498 था, वहीं मंगलवार सुबह यह घटकर 377 पर पहुंच गया। हालांकि इसके बावजूद शहर में घनी धुंध छाई रही और दृश्यता कम बनी रही। विशेषज्ञों का कहना है कि यह सुधार अस्थायी हो सकता है और स्थायी समाधान के लिए दीर्घकालिक नीतियों और सख्त अमल की जरूरत है।
कुल मिलाकर, पर्यावरण मंत्री के बयान के बाद दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। जहां सरकार इसे पुरानी नीतियों की देन बता रही है, वहीं जनता की नजर इस बात पर है कि आने वाले महीनों में हवा की गुणवत्ता में कितना ठोस और स्थायी सुधार देखने को मिलता है।

