द लोकतंत्र: दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार सुबह से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है, जिसने पूरे क्षेत्र में जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। मौसम विभाग ने पहले ही दिल्ली के लिए रेड अलर्ट जारी कर रखा था, और अनुमान के मुताबिक, सुबह से ही बरसात रुकने का नाम नहीं ले रही। दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम में कई जगहों पर पानी भर गया है, जिससे लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जगह-जगह ट्रैफिक जाम की स्थिति है और मुख्य सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आ रहे हैं।
बारिश का असर केवल दिल्ली-एनसीआर तक सीमित नहीं है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, मेरठ समेत 58 जिलों में भी भारी बारिश हो रही है। लखनऊ प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर कई स्कूलों को बंद कर दिया है। तेज बारिश से शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया है, जिसमें सिविल अस्पताल के बाहर पार्क रोड और चारबाग रेलवे स्टेशन के आसपास की सड़कें भी शामिल हैं। यहां तक कि यूपी विधानसभा के प्रवेश द्वार के पास भी पानी भर गया है।
हिमाचल प्रदेश में भी बारिश ने तबाही मचाई है। कुल्लू, शिमला, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। इन इलाकों में घर, दुकानें और गाड़ियां मलबे और पानी के तेज बहाव में बह गईं। शिमला के रामपुर में हालात बाढ़ जैसे हो गए हैं। SDRF और स्थानीय प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं, जबकि मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड में भी भारी बारिश का सिलसिला जारी है। बुधवार शाम से बारिश और तेज हो गई है, जिसके चलते राज्य के अधिकांश हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट और कुछ इलाकों में रेड अलर्ट लागू है। धराली में लगातार बारिश के कारण तलाशी अभियान रुक गया है और हवाई राहत कार्य फिलहाल रोक दिए गए हैं। साथ ही, यहां का सड़क संपर्क भी पूरी तरह से कट गया है। हरिद्वार जिले में भी 14 अगस्त को सभी स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले दो दिनों तक कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। प्रशासन ने लोगों को सावधानी बरतने, नदी-नालों से दूर रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी है।