द लोकतंत्र: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार, 26 अगस्त को उनके घर पर छापा मारा। यह कार्रवाई दिल्ली के कथित अस्पताल निर्माण घोटाले (Hospital Construction Scam) से जुड़ी बताई जा रही है। ED ने भारद्वाज से जुड़े करीब 13 ठिकानों पर एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया।
इससे पहले भी आप सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे सत्येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लग चुका है। अब जांच का दायरा बढ़ने के साथ सौरभ भारद्वाज भी इसमें फंसते नजर आ रहे हैं।
क्या है पूरा अस्पताल निर्माण घोटाला?
साल 2018-19 में दिल्ली सरकार ने 24 अस्पतालों के निर्माण के लिए 5590 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी थी। योजना के अनुसार, 6 महीने में आईसीयू समेत अस्पताल तैयार होने थे। लेकिन तीन साल गुजरने के बाद भी कई अस्पतालों का काम अधूरा है।
अब तक लगभग 800 करोड़ रुपये खर्च होने के बावजूद केवल 50% काम ही पूरा हो पाया है। सबसे बड़ा उदाहरण LNJP अस्पताल का है, जहां लागत 488 करोड़ से बढ़कर 1135 करोड़ रुपये हो गई, जबकि निर्माण कार्य बेहद धीमी गति से आगे बढ़ा।
कई जगहों पर बिना मंजूरी निर्माण कार्य शुरू किए गए और ठेकेदारों की भूमिका संदिग्ध पाई गई।
ED की जांच में सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन
अस्पताल परियोजनाओं में कथित गड़बड़ियों और Hospital Information Management System (HIMS) की देरी को लेकर भी सवाल उठे हैं। HIMS को 2016 से टाला जाता रहा है। ED ने इस मामले में ECIR (Enforcement Case Information Report) दर्ज की थी।
सौरभ भारद्वाज, जो दिल्ली विधानसभा में ग्रेटर कैलाश सीट से विधायक रहे हैं, ने आप सरकार में स्वास्थ्य, शहरी विकास और जल जैसे अहम विभाग संभाले थे। वहीं, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पहले से ही मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में जेल का सामना कर रहे हैं।
AAP का आरोप – ‘जांच एजेंसियों का दुरुपयोग’
इस पूरे मामले पर आम आदमी पार्टी का कहना है कि केंद्र सरकार राजनीतिक बदले की भावना से काम कर रही है और जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। पार्टी ने कहा कि ED और CBI जैसी संस्थाओं का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को फंसाने के लिए किया जा रहा है।
हालांकि, ED का दावा है कि अस्पताल निर्माण परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुई हैं और इसी वजह से यह कार्रवाई की गई है।