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पायरेटेड मूवी से डार्क वेब तक एक गलत Google Search आपको पहुँचा सकती है जेल

From pirated movies to the dark web, a wrong Google search can land you in jail.

द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : आज के डिजिटल दौर में इंटरनेट हमारी रोजमर्रा की ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। पढ़ाई, नौकरी, स्वास्थ्य, मनोरंजन या किसी भी विषय की जानकारी के लिए लोग बिना ज्यादा सोचे-समझे Google Search कर लेते हैं। लेकिन बहुत कम लोगों को यह पता होता है कि कुछ ऑनलाइन सर्च ऐसे भी होते हैं, जो आपको सीधे पुलिस जांच और कानूनी मुसीबत में डाल सकते हैं। कई मामलों में केवल संदिग्ध या संवेदनशील शब्द सर्च करने भर से ही साइबर एजेंसियों की नजर आप पर पड़ सकती है।

आपकी हर ऑनलाइन गतिविधि डिजिटल रिकॉर्ड में होती है

जब भी आप गूगल या किसी अन्य सर्च इंजन का इस्तेमाल करते हैं, तो आपकी IP एड्रेस, लोकेशन, डिवाइस डिटेल और सर्च हिस्ट्री इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स के पास रिकॉर्ड हो जाती है। जरूरत पड़ने पर कानून प्रवर्तन एजेंसियां कोर्ट के आदेश से यह डेटा हासिल कर सकती हैं। भारत में आईटी एक्ट 2000, भारतीय दंड संहिता और साइबर कानूनों के तहत डिजिटल सबूतों के आधार पर कार्रवाई की जाती है, खासकर तब जब किसी सर्च से अपराध या सुरक्षा खतरे की आशंका हो।

हथियार, बम और हिंसा से जुड़ी सर्च

अगर कोई व्यक्ति हथियार बनाने का तरीका, बम या जहर तैयार करने की जानकारी, किसी का अपहरण कैसे करें, हिटमैन ढूंढना या सार्वजनिक जगह पर हमले से जुड़ी जानकारी सर्च करता है, तो यह सीधे सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आ सकता है। इस तरह की खोजों को गंभीर खतरे के संकेत के तौर पर देखा जाता है।

चाइल्ड पोर्नोग्राफी: सबसे गंभीर अपराध

इंटरनेट से जुड़े अपराधों में चाइल्ड सेक्सुअल कंटेंट सबसे गंभीर माना जाता है। भारत में POCSO एक्ट और आईटी एक्ट के तहत ऐसे कंटेंट को सर्च करना, देखना या डाउनलोड करना सख्त अपराध है। इसमें लंबी जेल, भारी जुर्माना और सामाजिक बदनामी तक का सामना करना पड़ सकता है।

हैकिंग और साइबर अपराध से जुड़ी खोज

किसी का अकाउंट हैक कैसे करें, वाई-फाई पासवर्ड तोड़ने का तरीका या हैकिंग सॉफ्टवेयर डाउनलोड जैसी सर्च भी आपको कानूनी संकट में डाल सकती हैं। आईटी एक्ट 2000 के तहत अनधिकृत सिस्टम एक्सेस और हैकिंग अपराध है। इसके अलावा, ऐसे सर्च से आपका खुद का डिवाइस भी वायरस और मालवेयर की चपेट में आ सकता है।

पायरेटेड मूवी और कॉपीराइट उल्लंघन

फ्री मूवी डाउनलोड, नई फिल्म मुफ्त में देखने या पायरेटेड वेबसाइट से कंटेंट लेने की सर्च आम लगती है, लेकिन यह भी कानूनन अपराध है। कॉपीराइट कानून के तहत पायरेसी पर जुर्माना और जेल तक का प्रावधान है। सुरक्षित विकल्प के तौर पर ओटीटी प्लेटफॉर्म का उपयोग बेहतर माना जाता है।

इसके अलावा ड्रग्स बनाने, खरीदने, बेचने या डार्क वेब मार्केट से जुड़ी जानकारी सर्च करना भी गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे मामलों पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और साइबर एजेंसियां लगातार निगरानी रखती हैं। बार-बार इस तरह की खोज से डिजिटल निगरानी शुरू हो सकती है।

सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव

डिजिटल दुनिया में जानकारी की आज़ादी के साथ जिम्मेदारी भी जरूरी है। जिज्ञासा या मज़ाक में की गई एक गलत सर्च भी आपको कानूनी पचड़े में फंसा सकती है। इसलिए हमेशा वैध, सुरक्षित और विश्वसनीय जानकारी ही सर्च करें। याद रखें—इंटरनेट पर की गई हर खोज हमेशा निजी नहीं रहती।

Team The Loktantra

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लोकतंत्र की मूल भावना के अनुरूप यह ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां स्वतंत्र विचारों की प्रधानता होगी। द लोकतंत्र के लिए 'पत्रकारिता' शब्द का मतलब बिलकुल अलग है। हम इसे 'प्रोफेशन' के तौर पर नहीं देखते बल्कि हमारे लिए यह समाज के प्रति जिम्मेदारी और जवाबदेही से पूर्ण एक 'आंदोलन' है।

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