द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : गुजरात के वडोदरा में आज सुबह एक भयावह हादसा हुआ, जब महिसागर नदी पर बना 45 साल पुराना गंभीरा पुल अचानक ढह गया। यह पुल वडोदरा के पादरा और आणंद जिले को जोड़ता था। हादसे के वक्त पुल से गुजर रहे दो ट्रक, एक बोलेरो और एक जीप समेत कुल पांच वाहन नदी में गिर गए। घटना सुबह करीब 7:30 बजे की है।
प्रत्यक्षदर्शियों और वीडियो फुटेज के मुताबिक, दो खंभों के बीच पुल का पूरा स्लैब ध्वस्त हो गया, जिससे पूरा यातायात पलभर में नदी में समा गया। हादसे में अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई लोग घायल हैं। कुछ लोग लापता भी बताए जा रहे हैं। मौके पर फायर ब्रिगेड, पुलिस और स्थानीय नागरिकों की मदद से बचाव कार्य जारी है। वडोदरा दमकल विभाग की टीम मौके पर डटी हुई है।
करीब 900 मीटर लंबा यह पुल 1985 में बनाया गया था और इसमें कुल 23 खंभे थे। इसके टूटने से वडोदरा और आणंद के बीच संपर्क टूट गया है और दक्षिण गुजरात के भरूच, सूरत, नवसारी, तापी और वलसाड जैसे ज़िलों से सौराष्ट्र की ओर जाने वाले लोगों को अब अहमदाबाद होते हुए लंबा रास्ता तय करना पड़ेगा।
प्रधानमंत्री ने जताया शोक, जांच के आदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर शोक जताते हुए कहा, गुजरात के वडोदरा जिले में पुल के ढहने की वजह से हुई जनहानि बेहद दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएँ। घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
दूसरी तरफ़, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी हादसे पर दुख जताते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, आणंद और वडोदरा को जोड़ने वाले गंभीरा पुल के 23 गर्डरों में से एक गर्डर के टूटने से यह दुखद दुर्घटना हुई है। मैं मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूँ और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।