द लोकतंत्र : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर देश की राजधानी दिल्ली में गुरुवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार ने साफ तौर पर माना कि सुरक्षा में चूक हुई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जिसमें सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और इस भीषण आतंकी हमले की एक स्वर में निंदा की।
बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, जहां यह घटना हुई, वह मुख्य मार्ग पर नहीं था। सभी दलों को जानकारी दी गई कि तमाम प्रबंधों के बावजूद एक चूक हुई है, जिससे हम सब आहत हैं।
सरकार ने स्वीकार की ज़िम्मेदारी, सुधार की रणनीति तैयार
रिजिजू ने कहा कि घटना की पृष्ठभूमि, सुरक्षा प्रोटोकॉल और चूक की जगह को लेकर अधिकारियों ने विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार अब ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए व्यापक सुरक्षा समीक्षा और प्रबंधन सुधार पर काम कर रही है। उन्होंने कहा, सभी दलों ने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के इस मामले में वे पूरी तरह से सरकार के साथ हैं।
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बैठक में शामिल सभी दलों ने अपने-अपने विचार रखे, लेकिन अंत में यह सहमति बनी कि देश को इस समय एकजुट और मजबूती से खड़ा होना चाहिए। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने भी सरकार के प्रयासों को समर्थन देने की बात कही। बैठक की शुरुआत हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि देकर की गई। सरकार की ओर से गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, राज्यसभा में सदन के नेता जे.पी. नड्डा भी बैठक में मौजूद रहे।
यह बैठक ऐसे समय हुई जब भारत ने हमले के पीछे पाकिस्तान की भूमिका पर कड़ा रुख अपनाया है। पाकिस्तान ने जवाब में एयरस्पेस बंद करने और व्यापारिक संबंध तोड़ने जैसे कदम उठाए हैं। ऐसे में यह सर्वदलीय एकजुटता, आतंकवाद के खिलाफ भारत की साझा इच्छाशक्ति को दर्शाती है।