द लोकतंत्र: जुलाई के आखिरी कारोबारी सप्ताह के पहले दिन यानी सोमवार, 28 जुलाई 2025 को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत कमजोर रही। सेंसेक्स और निफ्टी, दोनों ही प्रमुख सूचकांक लाल निशान में खुले। इसका मुख्य कारण आईटी सेक्टर में बिकवाली रही, खासकर टीसीएस, इंफोसिस और एचसीएल टेक जैसे दिग्गज शेयरों में गिरावट देखी गई।
बीएसई सेंसेक्स 306 अंक या 0.38% की गिरावट के साथ 81,155 पर खुला, जबकि एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स 93 अंक या 0.37% की गिरावट के साथ 24,744 पर कारोबार करता देखा गया। शुरुआती ट्रेडिंग सेशन में निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 0.28% और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.58% लुढ़क गया। सबसे ज्यादा दबाव निफ्टी आईटी इंडेक्स पर देखा गया, जिसमें 1.4% तक की गिरावट आई। इसके अलावा निफ्टी प्राइवेट बैंक और रियल्टी इंडेक्स में भी 1% से अधिक की गिरावट रही।
एशियाई बाजारों का मिला-जुला प्रदर्शन
एशियाई बाजारों में सोमवार को मिला-जुला रुख रहा। निवेशकों की निगाहें अमेरिका और चीन के बीच स्टॉकहोम में होने वाली व्यापार वार्ता पर टिकी हैं, जो आज शाम शुरू होगी। अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और चीनी उप-प्रधानमंत्री हे लिफेंग के बीच होने वाली इस बातचीत में टैरिफ को तीन महीने आगे बढ़ाने पर चर्चा हो सकती है। बेसेंट ने फॉक्स बिजनेस को दिए इंटरव्यू में उम्मीद जताई कि यह वार्ता सकारात्मक रहेगी और भू-राजनीतिक मुद्दों पर भी ध्यान दिया जाएगा, जिसमें चीन की रूस और ईरान से तेल खरीद भी शामिल है।
जापान के निक्केई इंडेक्स में 0.43% और टॉपिक्स में 0.19% की गिरावट आई, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.31% गिरा। इसके विपरीत, ऑस्ट्रेलिया का ASX 200 इंडेक्स 0.4% की तेजी के साथ कारोबार करता नजर आया।
अमेरिकी बाजारों की मजबूती
पिछले सप्ताह के अंत में अमेरिकी शेयर बाजार मजबूती के साथ बंद हुए थे, जिससे एशियाई बाजारों को शुरुआती समर्थन मिला। S&P 500 फ्यूचर्स में 0.39%, नैस्डैक 100 फ्यूचर्स में 0.53% और डाउ जोंस फ्यूचर्स में 0.35% की तेजी देखी गई। शुक्रवार को S&P 500 इंडेक्स 0.40% बढ़कर 6,388.64 पर, नैस्डैक कंपोजिट 0.24% की बढ़त के साथ 21,108.32 पर और डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज 208.01 अंक या 0.47% की तेजी के साथ 44,901.92 पर बंद हुआ।
भारतीय शेयर बाजार में आईटी सेक्टर की कमजोरी ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता और वैश्विक संकेतकों से आने वाले दिनों में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।