द लोकतंत्र: जम्मू-कश्मीर की राजनीति में बुधवार को एक नया ड्रामा सामने आया, जब आम आदमी पार्टी (आप) के राज्य दौरे पर पहुंचे सांसद संजय सिंह को श्रीनगर के सरकारी गेस्ट हाउस में हाउस अरेस्ट कर लिया गया। इस दौरान नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला उनसे मिलने पहुंचे, लेकिन गेट बंद होने के कारण दोनों के बीच लोहे की दीवार खड़ी रही। गेट के पास खड़े होकर दोनों ने एक-दूसरे से बात करने की कोशिश की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
संजय सिंह ने कहा, “यह बहुत दुखद है कि जम्मू-कश्मीर के कई बार मुख्यमंत्री रहे डॉक्टर फारूख अब्दुल्ला मुझसे मिलने आए, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। लोकतंत्र में यह स्थिति ठीक नहीं है।” उन्होंने वीडियो साझा कर लिखा कि विपक्षी नेताओं की आवाज़ दबाई जा रही है।
PSA पर गरमाई सियासत
पूरा विवाद आप विधायक मेहराज मलिक पर लगाए गए जन सुरक्षा अधिनियम (PSA) से जुड़ा है। सोमवार को डोडा जिले में उन्हें “सार्वजनिक व्यवस्था बिगाड़ने” के आरोप में हिरासत में लेकर कठुआ जेल भेजा गया था। आम आदमी पार्टी ने इस कदम को ‘‘तानाशाही’’ करार दिया है। संजय सिंह और आप नेता इमरान हुसैन मलिक की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए श्रीनगर पहुंचे थे, लेकिन उससे पहले ही उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया गया।
संजय सिंह ने मीडिया से कहा, “चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार नहीं होना चाहिए। PSA का दुरुपयोग लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।”
केजरीवाल का पलटवार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला, जो मौजूदा मुख्यमंत्री के पिता हैं, उन्हें भी संजय सिंह से मिलने नहीं दिया गया। संजय जी को हाउस अरेस्ट कर जनता की आवाज़ दबाई जा रही है।”
राजनीतिक माहौल में बढ़ी गर्मी
इस घटना ने जम्मू-कश्मीर की सियासत को नई दिशा दे दी है। विपक्ष इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बता रहा है, जबकि प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा कारणों से यह कदम उठाया गया।
विशेषज्ञों का मानना है कि PSA जैसे कड़े कानूनों का इस्तेमाल लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ माना जा सकता है। वहीं, स्थानीय लोग भी यह पूछ रहे हैं कि क्या निर्वाचित नेताओं पर ऐसे प्रावधान लागू करना सही है।
सियासी हलकों में यह मामला आने वाले दिनों में बड़ा मुद्दा बन सकता है। फिलहाल, संजय सिंह और इमरान हुसैन का हाउस अरेस्ट जारी है, और मेहराज मलिक के समर्थन में प्रदर्शन भी रुकने का नाम नहीं ले रहे।