द लोकतंत्र: कोलकाता में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। रीजेंट पार्क इलाके में 20 वर्षीय महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने चंदन मिलक और दीप नामक दो आरोपियों की पहचान की है, जो घटना के बाद से फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर दोनों की तलाश शुरू कर दी है।
घटना का पूरा मामला
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पीड़िता की मुलाकात कुछ महीने पहले चंदन से हुई थी। चंदन ने खुद को दक्षिण कोलकाता की एक बड़ी दुर्गा पूजा समिति का प्रमुख बताया और उसे समिति से जुड़ने का लालच दिया। इसी दौरान उसका परिचय दीप से भी हुआ। तीनों के बीच लगातार संपर्क बना रहा।
शुक्रवार को पीड़िता का जन्मदिन था। इसी बहाने चंदन और दीप उसे एक फ्लैट पर ले गए, जहां उन्होंने खाना खाया। लेकिन जब पीड़िता घर लौटने लगी, तो दोनों ने जबरन दरवाज़ा बंद कर दिया और उसके साथ गैंगरेप किया।
सूत्रों के अनुसार, शनिवार सुबह करीब 10.30 बजे पीड़िता किसी तरह वहां से भागने में सफल रही। घर लौटने के बाद उसने अपने परिवार को घटना की जानकारी दी। इसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर केस दर्ज किया है और आरोपियों की तलाश तेज कर दी है। फिलहाल दोनों आरोपी फरार हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि चंदन और दीप पहले से ही पीड़िता को बहलाने-फुसलाने की कोशिश कर रहे थे।
कोलकाता में बढ़ते अपराध पर चिंता
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के हालिया आंकड़ों के अनुसार, कोलकाता को देश का “सबसे सुरक्षित शहर” माना जाता है। लेकिन हाल के दिनों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की घटनाओं ने इस दावे पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
25 जून को भी साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज परिसर में एक छात्रा के साथ रेप की घटना सामने आई थी। उस मामले में मुख्य आरोपी तृणमूल छात्र परिषद का पूर्व अध्यक्ष मोनोजीत मिश्रा था, जिसे बाद में गिरफ्तार किया गया।
सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था
लगातार हो रही घटनाओं ने प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। महिला संगठनों का कहना है कि अपराधियों में कानून का डर खत्म होता जा रहा है। स्थानीय लोगों ने भी मांग की है कि पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए।