द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों की धमकियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ सैफुल्लाह कसूरी ने एक बार फिर भारत को गीदड़भभकी दी है। यह धमकी ऐसे समय पर आई है, जब हाल ही में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाकर बड़ी कार्रवाई की थी।
बता दें, 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान से घुसे आतंकियों ने 26 निर्दोष नागरिकों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए मई में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान में मौजूद कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया, जिससे पड़ोसी मुल्क को गहरी चोट पहुंची। इसी को लेकर सैफुल्लाह कसूरी ने भारत को खुली धमकी दी है।
सैफुल्लाह कसूरी की धमकी, कहा – दरिया, डैम और जम्मू-कश्मीर हमारा होगा
लश्कर-ए-तैयबा के उपप्रमुख सैफुल्लाह कसूरी ने धमकी भरे लहजे में कहा, भारत सरकार कान खोलकर सुन ले और अपने जालिम समाज को भी बता दे कि वक्त आने वाला है, जब ये दरिया, ये डैम और सारा जम्मू-कश्मीर हमारे होंगे। जो कुछ आज हो रहा है, उसका बदला लिया जाएगा। ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा। हम अपनी जान पर खेलेंगे और अपने वतन के हर हिस्से की रक्षा करेंगे। हम अपने वतन-ए-अज़ीज़ के इंच-इंच, जर्रे-जर्रे का तहफ़्फ़ुज़ और दिफ़ा करेंगे।
कसूरी के इस भड़काऊ बयान के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। खुफिया तंत्र को सक्रिय कर दिया गया है और सीमा से लेकर घाटी तक सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। एजेंसियां आतंकी गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। इसके अलावा, भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंकवाद के खिलाफ अपना रुख और कड़ा करने की तैयारी में है, ताकि पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर बेनकाब किया जा सके।
कौन है सैफुल्लाह कसूरी?
दरअसल, सैफुल्लाह कसूरी पाकिस्तान स्थित पंजाब प्रांत का रहने वाला बताया जाता है। वह लश्कर-ए-तैयबा का डिप्टी चीफ है और आतंकी हाफिज सईद का करीबी माना जाता है। लगभग 40-45 साल की उम्र का कसूरी पिछले दो दशकों से आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय है। पाकिस्तान की सेना और आईएसआई के कार्यक्रमों में भी उसकी मौजूदगी रहती है। उसका सुरक्षा घेरा बेहद मजबूत है और उसके चारों ओर हमेशा आधुनिक हथियारों से लैस आतंकी तैनात रहते हैं।

