द लोकतंत्र: देश की संसद का मॉनसून सत्र लगातार हंगामे की भेंट चढ़ रहा है। विपक्ष वोटर लिस्ट में कथित गड़बड़ी और विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर चर्चा की मांग कर रहा है, जबकि सरकार का कहना है कि अब और समय बर्बाद नहीं किया जाएगा। सोमवार को इंडिया गठबंधन के सांसदों ने इस मुद्दे पर जोरदार विरोध किया, लेकिन सरकार ने साफ कर दिया कि अब संसद में केवल अहम विधेयक ही पारित होंगे।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने मीडिया से बात करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मॉनसून सत्र में कांग्रेस और विपक्ष ने बहुत समय बर्बाद कर दिया है। अब हम और समय बर्बाद नहीं होने देंगे। संसद के दोनों सदनों से महत्वपूर्ण बिल पास कराए जाएंगे। आज भी चुनाव आयोग ने विपक्षी नेताओं को बुलाया, लेकिन वे पहुंचे ही नहीं।”
रिजिजू ने कहा कि विपक्ष की हरकतें देश का नुकसान कर रही हैं। उनके अनुसार, “एक व्यक्ति की मूर्खता और एक परिवार की वजह से देश इतना नुकसान नहीं झेल सकता। कई सांसद निजी तौर पर यह मानते हैं कि उन्हें मजबूरी में हंगामा करना पड़ रहा है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष न संसद पर भरोसा कर रहा है और न चुनाव आयोग पर। “ये किसके इशारे पर देश और संस्थाओं की छवि खराब कर रहे हैं?” रिजिजू ने सवाल किया। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि वे चर्चा में भाग लें और यदि किसी विधेयक में संशोधन चाहते हैं तो सुझाव दें।
केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक, 2025 और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी संशोधन विधेयक, 2025 को अहम बताते हुए कहा कि इन्हें आगे विचार और पारित करने के लिए लोकसभा में रखा गया है।
टीएमसी सांसद सुष्मिता देव का नाम लेते हुए रिजिजू ने कहा कि विपक्ष संविधान की किताब तो हाथ में लेता है, लेकिन उसके सिद्धांतों का पालन नहीं करता। “एक पार्टी और एक परिवार के नेता पैदा होते ही खुद को देश का मालिक समझ लेते हैं, जबकि हम कर्म से नेता बने हैं,” उन्होंने टिप्पणी की।
सरकार का यह रुख स्पष्ट करता है कि मौजूदा मॉनसून सत्र में अब बहस से ज्यादा जोर विधेयकों को पारित कराने पर रहेगा। वहीं, विपक्ष का कहना है कि सरकार चर्चा से बच रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में सत्र का माहौल और गरमाने के आसार हैं।