द लोकतंत्र : कल रात नेपाल में आये 6.4 तीव्रता के भूकंप ( Nepal Earthquake ) से वहां काफी नुकसान पहुंचा है। भूकंप कि वजह से हजारों लोग घायल हो गए हैं और 128 लोग काल के गाल में समा गए। नेपाल में आये भूकंप से भारी तबाही मची है और राहत-बचाव कार्य जारी है।
Nepal Earthquake : नेपाल में सेंटर, भारी तबाही
कल रात 11:32 पर आये भूकंप से नेपाल सहित भारत के कई राज्यों में झटके महसूस किये गए। अचानक हिली धरती ने लोगों को डर से भर दिया और सबने रात को जागते हुए गुजारा। पडोसी देश नेपाल में भूकंप का केंद्र था और वहां इसकी वजह से भारी तबाही हुयी है। नेपाल के जाजरकोट जिले में आए भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित जिले जाजरकोट और रुकुम पश्चिम है। नेपाल प्रधानमंत्री के निजी सचिवालय के मुताबिक, जाजरकोट भूकंप में 91 लोगों की मौत हो गई है और 55 लोग घायल हो गए हैं। वहीं, रुकुम वेस्ट में 36 लोगों की मौत हो गई और 85 लोग घायल हो गए।
यह भी पढ़ें : दिल्ली-एनसीआर, यूपी, बिहार और उत्तराखंड में भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए
अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक भूकंप कि वजह से कुल 128 लोगों की मौत हो चुकी है और हजार से अधिक लोग घायल हो गये हैं। नेपाल में राहत और बचाव कार्य जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में हुयी जनहानि पर सहानुभूति जताते हुए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। पीएम मोदी ने कहा, नेपाल में भूकंप के कारण हुई जनहानि और क्षति से अत्यंत दुखी हूं। भारत नेपाल के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
वहीं, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने भूकंप से हुई मानवीय और भौतिक क्षति पर दुख व्यक्त किया। वह आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए निकल गए हैं। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कहा कि भूकंप की तीव्रता 6.4 थी। जजरकोट नेपाल का पहाड़ी इलाका है और यहां की आबादी लगभग 2 लाख है। केंद्र के मुताबिक पहाड़ियों पर बसे छोटे छोटे गाँव भूकंप से ज्यादा प्रभावित हुए हैं और मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है।