द लोकतंत्र: ओडिशा के नयागढ़ जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। यहां नीलापल्ली स्थित एक मदरसे में पढ़ने वाले 15 वर्षीय नाबालिग छात्र फरानरुद्दीन खान की बेरहमी से हत्या कर दी गई। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी उसी मदरसे के पांच सीनियर छात्र थे, जिन्होंने लंबे समय से उसका यौन शोषण किया। जब पीड़ित ने इस बात को उजागर करने की धमकी दी, तो उसकी हत्या कर दी गई।
घटना का सिलसिला
पीड़ित छात्र कटक जिले के आठगढ़ का रहने वाला था और मदरसे में पढ़ाई कर रहा था। 31 अगस्त 2025 को आरोपी छात्रों ने पहले उसे बहाने से बुलाया और यौन शोषण किया। इसके बाद उसे मदरसे के एक पुराने शौचालय टैंक में फेंक दिया। गंभीर चोटों के बावजूद उसी रात फरानरुद्दीन किसी तरह बाहर निकल आया।
लेकिन 2 सितंबर की सुबह आरोपी छात्रों ने उसे दोबारा उसी जगह बुलाया। इस बार पांचों ने मिलकर फिर से यौन शोषण किया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। शव को छिपाने के लिए उसे दोबारा शौचालय टैंक में डाल दिया गया।
जांच और खुलासा
वैज्ञानिक जांच टीम ने घटनास्थल से अहम सबूत जुटाए। गवाहों के बयान और सीसीटीवी फुटेज ने पुष्टि की कि पांच नाबालिग छात्र इस वारदात में शामिल थे। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में पेश किया गया। उनके जन्म प्रमाण पत्र भी पुलिस ने जब्त कर लिए हैं।
धमकी बनी जानलेवा
पुलिस का कहना है कि आरोपी छात्रों द्वारा अन्य जूनियर बच्चों के साथ भी यौन शोषण की घटनाएं की जाती रही हैं।फरानरुद्दीन ने जब इसे उजागर करने की धमकी दी, तभी उसकी हत्या की साजिश रची गई। घटना के बाद मदरसे के मुख्य शिक्षक को आरोपियों ने ही लापता होने की जानकारी दी थी, जिससे मामला सामने आया।
परिवार और समाज में आक्रोश
पीड़ित के पिता ने राजसुंखला थाना में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की। इस घटना ने न केवल पीड़ित परिवार बल्कि पूरे नयागढ़ जिले को हिला दिया है। एक धार्मिक संस्था में ऐसी घटना सामने आने से समाज में गुस्सा और आक्रोश बढ़ गया है।
यह घटना कई सवाल खड़े करती है, मदरसे में इतने लंबे समय तक यौन शोषण जैसी घटनाओं का किसी को पता क्यों नहीं चला? प्रबंधन और जिम्मेदार लोगों की निगरानी में इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई?
फिलहाल सभी आरोपी नाबालिगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और केस POCSO एक्ट की धाराओं में दर्ज किया गया है।