द लोकतंत्र/ लखनऊ : उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने सोमवार (15 दिसंबर 2025) को सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल को भारत के वर्तमान स्वरूप का शिल्पकार बताया और कहा कि आज जो एकजुट, अखंड और सशक्त भारत दिखाई देता है, वह उनकी अद्वितीय दूरदृष्टि और कठोर निर्णय क्षमता का परिणाम है।
सरदार पटेल ने ‘रक्तहीन क्रांति’ से हैदराबाद-जूनागढ़ को भारत में मिलाया – सीएम योगी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि भारत के 567 रियासतों का एकीकरण एक अत्यंत जटिल कार्य था, लेकिन सरदार पटेल ने इसे अद्भुत कुशलता और राजनीतिक सूझबूझ से पूरा किया। उन्होंने हैदराबाद और जूनागढ़ का विशेष उल्लेख किया और बताया कि इन रियासतों के शासक भारत में शामिल नहीं होना चाहते थे। ब्रिटिश शासन ने रियासतों को स्वतंत्र विकल्प दिया था कि वे भारत या पाकिस्तान में शामिल हों या स्वतंत्र रहें। ऐसे चुनौतीपूर्ण माहौल में सरदार पटेल ने ‘रक्तहीन क्रांति’ के माध्यम से इन दोनों रियासतों को बिना युद्ध के भारत का हिस्सा बनाया।
सीएम योगी ने कहा कि पटेल की दृढ़ इच्छाशक्ति और उत्कृष्ट नेतृत्व के कारण ही ये दोनों रियासतें भारत के साथ आईं, और अंततः जूनागढ़ के नवाब और हैदराबाद के निजाम को देश छोड़कर भागना पड़ा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का भारत सरदार पटेल का आभारी है, जिनकी वजह से राष्ट्र की भौगोलिक और राजनीतिक एकता संभव हुई।
कश्मीर विवाद के लिए नेहरू को ठहराया जिम्मेदार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण के दौरान जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जब कश्मीर रियासत यह तय नहीं कर पा रही थी कि वह भारत में शामिल हो या पाकिस्तान में, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इस मामले को अपने हाथों में ले लिया और यह निर्णय देश के लिए दीर्घकालिक संकट बन गया।
सीएम योगी ने कहा कि नेहरू के गलत निर्णयों की वजह से कश्मीर दशकों तक उग्रवाद, अलगाववाद और आतंकवाद से जूझता रहा। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद जिस शांति और मजबूती की भारत को आवश्यकता थी, वह कश्मीर विवाद के कारण बाधित हुई। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सरदार पटेल ने हमेशा भारत के विभाजन और रियासतों के अलग अस्तित्व के खिलाफ जोरदार आवाज उठाई थी। यदि कश्मीर का मुद्दा भी उन्हें सौंप दिया गया होता, तो उसका समाधान भी समय पर और राष्ट्रहित में हो जाता।
धारा 370 हटाना ऐतिहासिक निर्णय: CM योगी
मुख्यमंत्री योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि देश कृतज्ञ है कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाकर सरदार पटेल के “एक देश, एक प्रधान, एक निशान” के संकल्प को साकार किया। उन्होंने कहा कि इस निर्णय ने कश्मीर को पूरी तरह भारत की मुख्यधारा में शामिल करने की दिशा में ऐतिहासिक बदलाव किया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य था कि 15 दिसंबर 1950 को सरदार पटेल का भौतिक अस्तित्व हमसे छिन गया, लेकिन उनकी स्मृतियाँ, विचार और राष्ट्रवाद आज भी भारत के लिए नई प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का जीवन युवाओं के लिए मार्गदर्शक है और भारत को मजबूत, एकजुट और विकसित बनाने की प्रेरणा देता है।

