द लोकतंत्र: सोमवार को भारतीय सुरक्षा बलों ने एक महत्वपूर्ण आतंक विरोधी कार्रवाई को अंजाम देते हुए ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत लिडवास क्षेत्र में TRF (The Resistance Front) के तीन आतंकियों को मार गिराया। इस ऑपरेशन को सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया। यह वही आतंकी थे जो कुछ समय पहले पहलगाम में हुए हमले में शामिल बताए जा रहे हैं।
सुरक्षा एजेंसियों को इन आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पहले ही मिल चुकी थी और इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी था। लिडवास इलाका श्रीनगर का बाहरी हिस्सा है और यह घने जंगलों से घिरा हुआ है। यह क्षेत्र त्राल से पहाड़ी मार्गों के ज़रिए जुड़ता है, जहां पहले भी आतंकी गतिविधियों की खबरें सामने आती रही हैं। इस मुठभेड़ के दौरान भारी गोलीबारी हुई, जिसमें तीनों आतंकी ढेर हो गए।
इसके साथ ही CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस की एक और संयुक्त टीम ने दाछीगाम फॉरेस्ट के ऊपरी हिस्सों में एक बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। दाछीगाम वह इलाका है जिसे TRF का गढ़ माना जाता रहा है और जहां जनवरी में भी आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया था।
सोमवार को दाछीगाम में अचानक हुई गोलीबारी ने पूरे इलाके को हिला दिया। फायरिंग शुरू होते ही सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया और ऑपरेशन को तेज कर दिया। अब भी संभावना जताई जा रही है कि जंगलों में TRF के अन्य आतंकी छिपे हो सकते हैं। सुरक्षाबलों की टीमें पूरे इलाके को खंगाल रही हैं और ड्रोन व अन्य हाई-टेक संसाधनों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
गौरतलब है कि TRF ने हाल ही में नियंत्रण रेखा के पास हुए लैंड माइन ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें एक जवान शहीद और तीन घायल हुए थे। सुरक्षा एजेंसियां TRF की लगातार बढ़ती गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।
स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे सर्च ऑपरेशन के दौरान घरों में ही रहें और जंगलों की ओर न जाएं। पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती कर दी गई है और ऑपरेशन अब भी जारी है।
इस संयुक्त एक्शन से न सिर्फ TRF को बड़ा झटका लगा है, बल्कि क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रखने की दिशा में यह एक अहम कदम माना जा रहा है।