द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों के खिलाफ 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम देकर आतंकवाद के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। सेना की ओर से रविवार 11 मई को आयोजित प्रेस ब्रीफिंग में बताया गया कि इस सर्जिकल एयर स्ट्राइक में पाकिस्तान स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसमें 100 से अधिक आतंकियों को ढेर किया गया। मारे गए आतंकियों में कंधार विमान अपहरण और पुलवामा हमले के तीन मुख्य साजिशकर्ता भी शामिल थे।
ऑपरेशन आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने की दिशा में एक निर्णायक कदम
प्रेस ब्रीफिंग में डीजीएओ एयर मार्शल ए.के. भारती, डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, मेजर जनरल एस.एस. शर्मा और डीजीएनओ वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद मौजूद रहे। सेना अधिकारियों ने बताया कि, हमने अपने सभी लक्ष्यों को पूरी तरह से हासिल किया है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने की दिशा में एक निर्णायक कदम साबित हुआ है।
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सेना ने जानकारी दी कि इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान की सेना को भी भारी नुकसान पहुंचाया गया। लगभग 35 से 40 पाकिस्तानी सैनिक और अफसर मारे गए हैं। वहीं, भारत के 5 जवान भी पाकिस्तानी जवाबी गोलीबारी में शहीद हुए हैं। भारतीय सेना ने लाहौर और गुजरांवाला स्थित पाकिस्तान के रडार सिस्टम को ध्वस्त कर दिया, साथ ही कई फाइटर जेट्स भी मार गिराए गए।
पाकिस्तान के कोई भी मिलिट्री बेस भारत की पहुंच से बाहर नहीं
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से किसी प्रकार की घुसपैठ नहीं हुई और भारत ने जितने लक्ष्यों को चुना, उन्हें उतना ही नुकसान पहुंचाया गया जितना तय था। सभी भारतीय पायलट सुरक्षित लौट आए हैं। उन्होंने कहा, हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान के कोई भी मिलिट्री बेस भारत की पहुंच से बाहर नहीं हैं।
सेना ने इस कार्रवाई को सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ बताया और स्पष्ट किया कि भारत की मंशा युद्ध नहीं, बल्कि अपने नागरिकों और सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। ऑपरेशन सिंदूर ने एक बार फिर दिखा दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी स्तर पर निर्णायक कार्रवाई करने की क्षमता रखता है।