द लोकतंत्र / नई दिल्ली : भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों के 9 ठिकानों पर सफलतापूर्वक एयरस्ट्राइक की है। इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है, जिसे सेना ने उच्च स्तर की रणनीति और सटीकता के साथ अंजाम दिया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना की इस साहसिक कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि यह ऑपरेशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में किया गया, और इससे आतंकवादियों को एक सख्त संदेश मिला है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा।
सेना ने हनुमान की तरह हमला किया – राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने BRO (सीमा सड़क संगठन) के स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में कहा, हमने केवल उन्हीं को मारा, जिन्होंने हमारे मासूमों को मारा। सेना ने हनुमान जी की तरह हमला किया – ‘जिन मोहि मारा, तिन मोहि मारे।’ यह जवाब सोच-समझकर, सटीकता के साथ और उच्च नैतिकता के साथ दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि, भारतीय सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम का परिचय देते हुए एक नया इतिहास रचा है। यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की सुरक्षा नीति में एक निर्णायक मोड़ है।
नागरिक ठिकानों को नहीं बनाया गया निशाना
रक्षा मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि इस पूरे अभियान के दौरान किसी भी नागरिक ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया।यह सेना की सटीकता, सतर्कता और मानवीयता का प्रतीक है। राजनाथ सिंह ने बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य सिर्फ आतंकियों और उनके बुनियादी ढांचे को खत्म करना था। हमारी कार्रवाई आतंकियों के मनोबल को तोड़ने वाली थी, लेकिन यह बेहद संतुलित और जिम्मेदारी के साथ की गई।
यह भी पढ़ें : भारत की सर्जिकल स्ट्राइक में मसूद अजहर के 14 परिजन ढेर, बहावलपुर में तबाही
बता दें, आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने बयान जारी करते हुए कहा कि भारत द्वारा किए गए स्ट्राइक में मौलाना मसूद अजहर की बड़ी बहन के साथ मौलाना कशफ का पूरा परिवार मारा गया है। मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते पोतियां, बाजी सादिया के पति समेत सबसे बड़ी बेटी के 4 बच्चे घायल हुए हैं। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे मारे गए हैं। आतंकी अजहर के परिवार के सदस्यों और करीबियों को आज बुधवार (07 मई, 2025) को ही दफनाया जाएगा।