द लोकतंत्र : मणिपुर में दो समुदायों मैतेई और कुकी के बीच हिंसा रूकने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में विपक्षी गठबंधन ( इंडिया ) आगामी 29-30 जुलाई को राज्य के दौरे पर जाएगी। बता दें, 3 मई को राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से अब तक 160 से अधिक लोगों की जान चली गई है। इस हिंसा के दौरान कई लोग घायल भी हुए हैं। हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। इसके अलावा महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म भी किया गया। मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने का वीडियो भी बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसके बाद से देशभर में इस घटना को लेकर काफी उबाल है।
मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी बवाल
मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी बवाल मचा हुआ है। मणिपुर के मुद्दे पर सदन में खूब हंगामा चल रहा है। विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री से मणिपुर पर संसद में बयान देने की मांग कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से खबर आ रही है कि 20 से अधिक सांसदों का प्रतिनिधिमंडल इस सप्ताह के अंत में मणिपुर का दौरा करेगा। और, राज्य की स्थिति का जायजा लेगा।
कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने बताया कि विपक्षी सांसद काफी समय से हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा करना चाहते थे। लेकिन, वहां के हालात को देखते हुए उन्हें अनुमति नहीं दी गई।
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मणिपुर के मुद्दे पर विरोध दर्ज कराने के लिए RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी संसद सत्र में शामिल होने के लिए गुरुवार को काले कपड़े पहनकर पहुंचे। जयंत चौधरी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। आरएलडी अध्यक्ष ने कहा कि, विरोध के लिए नए-नए तरीके अपनाने पड़ रहे हैं। सदन की गंभीरतपूर्वक कार्यवाही होनी चाहिए। सरकार की जवाबदेही तय होनी चाहिए। साथ ही मणिपुर की घटना को लेकर प्रधानमंत्री को एक वक्तत्व देना चाहिए, ताकि पूरे देश को एक संदेश जाए कि मणिपुर की घटना को लेकर सभी लोग गंभीर हैं। इसलिए काला कपड़ा पहनकर विरोध कर रहे हैं।