द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : Bihar विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत ने राजनीतिक हलकों में नई चर्चा छेड़ दी है। परिणाम आने के कुछ घंटों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत बिहारी अंदाज़ में ‘जय छठी मैया’ के नारे से की। गमछा घुमाते हुए पीएम मोदी ने विजयी माहौल का संदेश दिया और फिर बिना समय गंवाए विपक्ष पर तीखे प्रहार किए।
छठी मैया पर टिप्पणी को लेकर विपक्ष पर वार
अपने संबोधन की प्रमुख धुरी रही छठ पूजा पर की गई विवादित टिप्पणियों की आलोचना। राहुल गांधी का नाम सीधे लिए बिना पीएम मोदी ने कहा कि ‘छठी मैया को ड्रामा बताने वालों’ ने न तो संवेदनशीलता दिखाई और न ही माफी मांगी। उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता ने संस्कृति के सम्मान और अपमान के बीच साफ तौर पर चुनाव करते हुए मजबूत संदेश दिया है।
महागठबंधन के MY (मुस्लिम-यादव) समीकरण पर जवाबी हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिहार ने इस बार सकारात्मक MY यानी महिला और यूथ को चुना है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी भूमिका युवा मतदाताओं ने निभाई, जो अब जातीय राजनीति नहीं बल्कि विकास, कानून-व्यवस्था और अवसरों के आधार पर मतदान करते हैं। यह बयान साफ तौर पर महागठबंधन की सामाजिक इंजीनियरिंग रणनीति की ओर इशारा था।
जंगलराज और अराजक शासन की वापसी अब कभी नहीं होने दी जाएगी
पीएम मोदी ने चुनाव अभियान के दौरान बार-बार उठाए गए अपने मुद्दे ‘कट्टा सरकार’ को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि बिहार ने तय कर दिया है कि जंगलराज और अराजक शासन की वापसी अब कभी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने इसे बिहार की ‘स्थिरता और सुरक्षा’ के पक्ष में मिला जनादेश बताया।
संबोधन में एक और महत्वपूर्ण बिंदु रहा वोटर लिस्ट शुद्धिकरण जिसे पीएम मोदी ने ‘बिहार SIR मॉडल’ कहा। उन्होंने कहा कि युवा मतदाता अब चुनावी पारदर्शिता और प्रक्रिया की स्वच्छता को लेकर बेहद सजग हैं। पीएम मोदी ने सभी दलों से आग्रह किया कि वे बूथ स्तर पर टीमों को मजबूत करें और मतदाता सूचियों को त्रुटिरहित बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
आने वाले वर्षों में बिहार में नए उद्योग स्थापित होंगे
विकास पर बात करते हुए पीएम मोदी का स्वर आश्वस्त करने वाला रहा। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में बिहार में नए उद्योग स्थापित होंगे, निवेश के अवसर बढ़ेंगे और नौजवानों को अपने ही राज्य में रोज़गार मिलेगा। पर्यटन, आस्था स्थलों और ऐतिहासिक धरोहरों के पुनरुद्धार का भी उन्होंने ज़िक्र किया। उनके मुताबिक बिहार का सांस्कृतिक और आर्थिक क्षमता अब नई रफ्तार पकड़ने को तैयार है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने एक नया राजनीतिक तंज दिया कांग्रेस को MMC (मुस्लिम-लीगी माओवादी कांग्रेस) करार देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी अब पूरी तरह नकारात्मक राजनीति का केंद्र बन चुकी है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के भीतर असंतोष बढ़ रहा है और पार्टी एक नए विभाजन की ओर बढ़ सकती है। यह टिप्पणी साफ तौर पर कांग्रेस की चुनावी रणनीति और संगठनात्मक स्थिति पर सवाल उठाती है।
जनता ने जंगलराज, लाल झंडे के आतंक और वंशवाद की राजनीति को खारिज कर दिया
आरजेडी पर हमला जारी रखते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिहार की जनता ने जंगलराज, लाल झंडे के आतंक और वंशवाद की राजनीति को निर्णायक रूप से खारिज कर दिया है। उनकी टिप्पणी ‘आरजेडी को सांप सूंघ गया है’ राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। उन्होंने इसे लोकतंत्र में जनविश्वास और स्वच्छ राजनीति की जीत बताया।
भाषण के अंत में पीएम मोदी ने बिहार की जीत को पश्चिम बंगाल की राजनीति से भी जोड़ा। उन्होंने कहा कि ‘गंगा जी बिहार से होकर बंगाल जाती हैं,’ और इस जीत ने बंगाल में बीजेपी के लिए रास्ता बनाया है। यह बयान 2026 के बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति का शुरुआती संकेत माना जा रहा है। कुल मिलाकर, पीएम मोदी का यह संबोधन सिर्फ विजय भाषण नहीं था, बल्कि आगामी राजनीतिक परिदृश्य, विपक्ष की भूमिका, विकास एजेंडा और क्षेत्रीय समीकरणों का एक व्यापक राजनीतिक संदेश था, जो बिहार से लेकर बंगाल तक की राजनीति को प्रभावित करने वाला साबित हो सकता है।

